- वैज्ञानिकों ने ऑक्सीजन युक्त एक गैलेक्सी (आकाशगंगा) की खोज की है। यह अब तक ज्ञात ऐसी किसी गैलेक्सी की तुलना में सबसे ज्यादा दूर है।
- शोधकर्ता इस गैलेक्सी एसएक्सडीएफ-एनबी1006-2 पर कुछ अन्य भारी तत्वों को तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। अंतरिक्ष के शुरुआती घटकों में भारी तत्वों की तलाश उस दौर में हुई निर्माण प्रक्रियाओं को समझने में सहायक होगी।
- भारी तत्वों के अध्ययन से इस बात को समझने में मदद मिलेगी कि गैलेक्सियों का निर्माण कैसे हुआ और कॉस्मिक रीआयनाइजेशन का कारण क्या था।" ब्रह्मांड में विभिन्न घटकों के बनने से पहले निष्क्रिय गैसें थीं।
- हालांकि बिग बैंग के कुछ करोड़ साल बाद जब शुरुआती पदार्थों ने चमकना शुरू किया तो उनसे तेज रेडिएशन निकला। संभवतः इन्हीं रेडिएशन ने निष्क्रिय गैसों के अणुओं को आयन गैसों में बदल दिया। इसी काल को कॉस्मिक रीआयनाइजेशन कहा जाता है। इस घटना से ब्रह्मांड की संरचना में आमूलचूल परिवर्तन हुआ था। ऐसे में दूरस्थ गैलेक्सी पर भारी तत्वों के अध्ययन से इस प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सकती है।