एमएसएमई (सूक्ष्म , लघु एवं मझोले उद्यम) संबंधी सहयोग को बढाने हेतु आईओ -आरए के सदस्य देशों की कार्यशाला का आयोजन।
- इस कार्यशाला से आईओआरए के सदस्य देशों के बीच विचारों, चिंताओं एवं अनुभवों के आदान-प्रदान में आसानी होगी और इससे एमएसएमई क्षेत्र को लेकर इस क्षेत्र में उभरती चिंताओं को दूर करने के लिए एक साझा एमओयू विकसित करने में मदद मिलेगी।।
- एमएसएमई मंत्रालय के अधीनस्थ सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम भारतीय राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए कई देशों के अपने समकक्ष संगठनों के साथ 34 एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
- एमएसएमई किस तरह से और अधिक रोजगार के अवसर सृजित करके गरीबी कम करने में मददगार साबित हो सकते है इस पर विस्तृत चर्चा हुई।
What is IORA?
- Indian Ocean Rim Association (IORA)– जो हिंद महासागर की परिधि में आने वाले देशों की एक क्षेत्रीय सहयोग पहल है, की स्थापना मार्च 1997 में मॉरीशस में आर्थिक एवं तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई।
- यह एक मात्र अखिल हिंद महासागर समूह है।
- यह भिन्न-भिन्न आकार, आर्थिक मजबूती तथा भाषा एवं संस्कृति में व्यापक विविधता वाले तीन महाद्वीपों के देशों को एक मंच पर लाता है। इसका उद्देश्य हिंद महासागर के परिधि क्षेत्र में, जहाँ तकरीबन दो बिलियन आबादी पाई जाती है, व्यापार, सामाजिक – आर्थिक एवं सांस्कृतिक सहयोग के लिए एक मंच का सृजन करना है। हिंद महासागर का परिधि क्षेत्र सामरिक एवं बहुमूल्य खनिजों, धातुओं एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों, समुद्री संसाधनों एवं ऊर्जा की दृष्टि से समृद्ध है तथा इन सबको अनन्य आर्थिक क्षेत्रों (ई ई जेड), महाद्वीपीय शेल्फ एवं गहन सीबेड से प्राप्त किया जा सकता है।।
इस समय इसके 21 सदस्य हैं – आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कोमोरोस ,भारत, इंडोनेशिया, ईरान, केन्या, मलेशिया, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजांबिक, ओमान, सेशल्स , सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, तंजानिया, थाइलैंड, संयुक्त अरब अमीरात,सोमालिया एवं यमन। पांच वार्ता साझेदार हैं अर्थात चीन, मिस्र, फ्रांस, जापान और यूके तथा दो प्रेक्षक हैं अर्थात हिंद महासागर अनुसंधान समूह (आई ओ आर जी) और हिंद महासागर पर्यटन संगठन (आई ओ टीओ),ओमान।
साभार : विशनाराम माली