खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रहा है। 

1. केवीआईसी खादी डेनिम और खादी टी-शर्ट बनाने सहित देश के युवाओं को लुभाने के लिए डिजाइनिंग और उत्पादों की मार्केटिंग कर रहा है। 

2. केवीआईसी ने देश के विभिन्न इलाकों में नई दुकानें खोलने के लिए फ्रेंचाइजी प्रणाली शुरू की है। 

3. 185 खादी संस्थानों की दुकानों का आधुनिकीकरण और कम्प्यूटरीकरण किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक बिक्री बढ़ी है। 

4. केवीआईसी और खादी संस्थान डिजिटल मार्केटिंग के जरिए खादी और खादी के उत्पादों के लिए उचित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के वास्ते प्रतिष्ठित खुदरा विक्रेताओं के साथ कार्य कर रहे हैं। 

5. केवीआईसी विशिष्ट डिजाइन और स्टाइल द्वारा खादी उत्पाद युवाओं के लिए अधिक आकर्षक बनाने के लिए प्रतिष्ठित फैशन डिजाइनरों के साथ कार्य कर रहा है। 

6. केवीआईसी ने खादी उपहार कूपन और खादी गिफ्ट हैम्पर देने शुरू किए हैं।

7. केवीआईसी ने एयरपोर्ट पर नये शोरूम खोले हैं और अच्छे व्यापार की संभावनाओं वाले स्थानों तथा पर्यटन स्थलों पर विशेष खादी प्लाजा खोलने के बारे में भी विचार किया जा रहा है।

8. ई-वाणिज्य पोर्टल ऑनलाइन के जरिए खादी और ग्रामोद्योग के उत्पाद उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बारे में पेटीएम द्वारा पहले तीन महीने के लिए केवीआई उत्पादों के लिए निशुल्क ऑनलाइन सेवा शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। 

9. केवीआईसी ने थोक खरीद को बढ़ावा देने के लिए 18.07.2016 को विभिन्न स्लेब में दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, गोवा, पटना, एर्नाकुलम और भोपाल के विभागीय बिक्री दुकानों (डीएसओ) में ‘थोक खुदरा संबद्ध उपहार वाउचर योजना’ शुरू की है। संबंधित डीएसओ से की गई खादी और ग्रामोद्योग की खरीदी पर उपहार वाउचर को भुनाया जा रहा है। 

10. खादी उत्पाद के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केवीआईसी को ‘डीम्ड निर्यात संवर्धन परिषद’ का दर्जा दिया गया है, जिसके तहत उसने 900 से अधिक निर्यातकों को पहले से ही पंजीकृत कर लिया है।

11. खादी उत्पादों के सीधे निर्यात का फ्रेट ऑन बोर्ड (एफओबी) मूल्य का 5 प्रतिशत निर्यात प्रोत्साहन राशि केवीआईसी के साथ पंजीकृत केवीआई संस्थानों और इकाईयों को दिया जाता है। केवीआईसी खादी उत्पादों के लिए नये और उभरते बाजारों की संभावनाएं तलाशने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों और विदेशों में होने वाले क्रेता-विक्रेता बैठकों में अपनी प्रतिभागिता पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। 

12. केवीआईसी ने बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) अधिनियम में राष्ट्रीय स्तर पर अधिसूचित विभिन्न उत्पादों के 45 वर्गों में से 27 वर्गों में ‘खादी’ को वर्ड मार्क और ‘खादी इंडिया’ को ट्रेड मार्क के रूप में पंजीकृत करने के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा केवीआईसी ने यूरोपीय यूनियन और अन्य देशों में अंतर्राष्ट्रीय ब्यूरो के अंतर्गत 16 विभिन्न वर्ग में ‘खादी’ को ट्रेड मार्क के रूप में पंजीकृत करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। 

13. केवीआईसी सरकारी विभागों और रेलवे, रक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, अर्द्धसैन्य बल और अन्य केंद्रीय तथा राज्य सरकार के मंत्रालयों जैसे थोक खरीदारों की जरूरतों को पूरा करता है। खादी उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए केवीआईसी ने आपूर्ति और निपटान महानिदेशालय (डीजीएस एंड डी) की दर अनुबंध (आरसी) प्रणाली में भी पंजीकरण करवाया है। 

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में सचिव और केवीआईसी के अध्यक्ष द्वारा खादी और खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सभी मंत्रालयों, विभागों और सार्वजनिक उपक्रम की इकाईयों (सीपीएसयू) को पत्र भेजे गए हैं। केवीआईसी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत आऩे वाले संस्थानों के सभी कर्मचारियों से सप्ताह में एक दिन स्वैच्छा से खादी पहनने की अपील की है। केवीआईसी ने सभी राज्य सरकारों के प्राथमिक और सेकेंडरी शिक्षा विभागों से स्कूल की यूनिफॉर्म खादी में बनाने का आग्रह किया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभागों से प्रस्ताव का आकलन कर इस पर कार्यवाही करने को कहा है। 

Download this article as PDF by sharing it

Thanks for sharing, PDF file ready to download now

Sorry, in order to download PDF, you need to share it

Share Download