ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल सर्वे: 45 फीसदी लोगों ने माना – देश में भ्रष्टाचार जस का तस

ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल इंडिया द्वारा किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण के मुताबिक लगभग 45 फीसदी उत्तरदाताओं ने स्वीकार किया कि अपना काम पूरा कराने के लिए पिछले 12 महीनों में उन्होंने कम से कम एक बार रिश्वत का भुगतान किया है। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने यह सर्वेक्षण सोशल नेटवर्क लोकलसर्कल के सहयोग से किया।

ऑनलाइन सर्वेक्षण में देश के 11 राज्यों के 34,696 भागीदारों को शामिल किया गया था। उनसे ‘पिछले 12 महीनों में भ्रष्टाचार के स्तर में बदलाव’ के बारे में क्या समझ रखते हैं, इसकी जानकारी ली गई। जिनमें से 11 राज्यों के 12,964 (37 प्रतिशत उत्तरदाताओं) ने माना कि इस अवधि के दौरान भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है।

केवल 14 फीसदी लोगों ने माना भ्रष्टाचार कम हुआ

सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 15,622 लोगों (लगभग 45 प्रतिशत) का मानना था कि यह स्थिर बना रहा।

सर्वे में लगभग 4,873 लोगों (लगभग 14 प्रतिशत) ने कहा कि इस अवधि में भ्रष्टाचार कम हो गया है, जबकि सर्वेक्षण में शामिल 1,235 (चार प्रतिशत) ने जवाब दिया कि वे संभावित रूप से नहीं कह सकते हैं कि भ्रष्टाचार के स्तर में वृद्धि/कमी हुई है।

सर्वेक्षण के मुताबिक, दो अलग-अलग समानांतर सर्वेक्षणों में, 51 प्रतिशत भागीदारों ने जवाब दिया कि उनके राज्य ने पिछले वर्ष में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जबकि 45 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने पिछले 12 महीनों में अपना काम पूरा कराने के लिए कम से कम एक बार रिश्वत का भुगतान किया है।

source: newscode.in

Download this article as PDF by sharing it

Thanks for sharing, PDF file ready to download now

Sorry, in order to download PDF, you need to share it

Share Download