Ø वायु प्रदूषण के मामले में पिछले साल भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया। नासा के उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए पर्यावरण संस्था ग्रीनपीस ने कहा कि इस सदी में पहली बार भारत में वायु प्रदूषण का स्तर चीन से ज्यादा दर्ज किया गया है।
Ø ग्रीनपीस इंडिया के अनुसार "प्रदूषण रोकने के लिए चीन द्वारा उठाए गए कदमों का 2015 में अच्छा नतीजा देखने को मिला। दूसरी तरफ, भारत का प्रदूषण स्तर लगातार बिगड़ता रहा और पिछले साल यहां की स्थिति एक दशक में सबसे खराब हो गई।"
Ø विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में हैं।
Ø खासतौर से उत्तर भारत में पिछले एक दशक से प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब हुई है। इससे पहले एक रिपोर्ट में ग्रीनपीस ने बताया था कि 17 में से 15 शहरों में प्रदूषण का स्तर भारतीय मानकों से कहीं ज्यादा है।
Ø ग्रीनपीस का मानना है कि वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए भारत को कारगर उपाय करने की जरूरत है।
** इसके लिए लोगों को भी जागरूक करना होगा, ताकि वे अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकें।
** इसके अलावा सरकार को ज्यादा वायु प्रदूषण वाले दिनों में रेड अलर्ट जारी करने और दीर्घकालीन नीति बनाने का सुझाव भी दिया गया है।