भारत और वियतनाम ने यहां हुई अपनी 5वीं रणनीतिक वार्ता में सुरक्षा सहयोग सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, साथ ही ‘समुद्री क्षेत्र’ में हुए हालिया घटनाक्रमों तथा सभी विवादों के शांतिपूर्ण हल की जरूरतों पर भी बातचीत की।
- वार्ता में आगामी उच्चस्तरीय दौरा, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी मामलों में सहयोग, व्यापार और निवेश सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलूओं पर बातचीत हुई।
- दक्षिण चीन सागर का नाम लिए बगैर कहा गया है, ‘दोनों पक्षों ने समुद्री क्षेत्र के हालिया घटनाक्रमों पर भी चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र के समुद्र पर कानून के प्रस्ताव (यूएनसीएलओएस), 1982 के तहत अंतरराष्ट्रीय कानूनों के स्वीकार्य सिद्धांतों के आधार पर सभी विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर बल दिया।’
- क्षेत्र में चीन के मालिकाना दावेदारी वाले द्वीपों को लेकर हो रहे सीमा विवाद में वियतनाम भी पक्षकार है। इसमें अन्य पक्षकार देश हैं ब्रूनेई और फिलीपीन।
- हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकरण ने चीन के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कोई ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं है कि वहां के समुद्री क्षेत्र और संसाधनों पर अतीत में चीन का पूर्ण नियंत्रण रहा हो।
- भारत और वियतनाम के बीच परस्पर हितों के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, ऊर्जा और कृषि क्षेत्र में सहयोग, संपर्क, ऋण साख और अन्य सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई।