ऑर्गेनिक फूड्स वे फूड्स हैं, जिन्हें किसी केमिकल का इस्तेमाल किए बगैर तैयार और पैक किया जाता है।
- ऑर्गेनिक फूड को प्रामाणिक फूड भी कहा जाता है। यानी उत्पादन मानकों को ध्यान में रखकर इन्हें तैयार किया जाता है।
- इन्हें ऑर्गेनिक फार्म में उपजाया जाता है। उत्पादन के दौरान मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ इस पर नजर रखता है।
- सामान्य फूड के उलट ऑर्गेनिक फूड उत्पाद सामान्यतया पेस्टिसाइड्स और केमिकल फर्टिलाइजर्स के बिना ही उपजाया जाता है।
- सामान्य फूड्स और इनमें अंतर कर पाना मुश्किल होता है, क्योंकि रंग, आकार और प्रकार में वे एक जैसे दिखते हैं।
- पहले केवल छोटे परिवार ही अपने बगीचे में ऑर्गेनिक फूड्स उपजाते थे। इससे बड़े स्तर पर उनकी उपलब्धता नहीं हो पाती थी। ऑर्गेनिक फूड्स केवल छोटे स्टोर्स और किसानों के बाजारों में ही मिल पाते थे।
- एक और जहां इसने प्रयोग से सेहत को फायदा होता है, वहीं इन की उपज में किसी तरह के कैमिकलों का प्रयोग नहीं किया जाता है जिससे हमारी मृदा खराब नहीं होती है। जो हमारे लिए व आने वाली पीढ़ी के लिए काफी जरूरी है।
आर्गेंनिक फूड के फायदें
- ऐसे फूड्स हमें दिल से जुड़ी बीमारियों और कैंसर से बचाते हैं क्योंकि वे फेनॉलिक अवयव लिए होते हैं।
- ऑर्गेनिक तौर पर उपजाए गए ये फूड्स प्राकृतिक होते हैं, जिन्हें उपजाने के लिए किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
- ऑर्गेनिक फूड्स पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते। ये उपजाऊ मिट्टी की ऊपरी सतह को नुकसान नहीं पहुंचाते। नतीजतन प्रकृति के और भी करीब कहे जा सकते हैं।
- शोध बताते हैं कि पारंपरिक फूड के मुकाबले ऑर्गेनिक फूड 10 से 50 प्रतिशत तक अधिक पौष्टिक होते हैं।
- प्रमाणन निकाय के अधिकारी नियमित रूप से उन फार्म या प्लांट की जांच के लिए दौरे पर आते रहते हैं, जहां ऑर्गेनिक फूड स्टफ्स उपजाए जाते हैं। वे जांचते रहते हैं कि ये फूड तय गुणवत्ता को ध्यान में रखकर उपजाए जा रहे हैं या नहीं। यही वजह और गुण हैं कि ये पारंपरिक फूड को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
- ऑर्गेनिक फूड्स पर अक्सर लेबल्स लगे होते हैं, इसलिए आप अन्य फूड के मुकाबले उन्हें आसानी से अलग कर सकते हैं या उनकी पहचान कर सकते हैं।
- पारंपरिक फूड के मुकाबले ऑर्गेनिक फूड लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।
- ऑर्गेनिक फूड में फेनॉलिक कंपाउंड्स मौजूद होते हैं जो हमारे दिल को कार्डियोवस्कुलर रोग और कैंसर के खतरों से बचाकर रखता है।
- फूड फार्म एनिमल्स भी ऑर्गेनिक फार्मिग के तहत आते हैं जिनकी देखभाल ग्रोथ हार्मोस का प्रयोग किए बिना ही की जाती है। किसान इन बातों का खास ख्याल रखते हैं कि इन जानवरों को अच्छा और संतुलित खानपान दिया जाए।
ऑर्गेनिक फॉर्म्स में उपजाए जाने वाले फलों और सब्जियों में अन्य जरिए से की जाने वाली पैदावार के मुकाबले अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं।