नार्वे की नोबेल पुरस्कार चयन समिति ने शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी. सांतोस को यह पुरस्कार कोलंबिया में बीते पांच दशक से जारी गृहयुद्ध को समाप्त करने के प्रयासों के लिए दिया जा रहा है.
- इस संघर्ष में अब तक ढाई लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और कम से कम 60 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है.
★पिछले महीने कोलंबिया की सरकार और वामपंथी संगठन रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया (फार्क) के बीच शांति समझौता हुआ था. इस पर कोलंबिया सरकार की तरफ से राष्ट्रपति सांतोस ने हस्ताक्षर किए थे. इसके बाद उन्होंने कहा था कि शांति स्थापित करने के मामले में कोलंबिया पूरी दुनिया को राह दिखा रहा है.
★ इस समझौते के मौके पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो जैसी कई हस्तियां मौजूद थीं.
★नोबेल पुरस्कार चयन समिति ने इस पुरस्कार को कोलंबिया की जनता का सम्मान बताया है, जिसने तमाम मुश्किलों के बावजूद शांति की उम्मीद नहीं छोड़ी है.
★समिति ने यह भी कहा है कि राष्ट्रपति सांतोस ने शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सभी पक्षों के साथ बात शुरू की जो विद्रोही गुटों के साथ शांति समझौते तक पहुंची. इसके अलावा उन्होंने शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखा है.
★इस शांति समझौते पर दो अक्टूबर को जनमत संग्रह हुआ था, जिसमें जनता ने बेहत मामूली अंतर इसे नकार दिया था. इसके समर्थन में 49.8 फीसदी, जबकि विरोध में 50.2 फीसदी वोट पड़े थे. जनमत संग्रह में इस समझौते को नकारे जाने के बाद नोबेल पुरस्कार के लिए संभावित लोगों में से सांतोस का नाम हटाए जाने की खबर भी आई थी.
★राष्ट्रपति सांतोस शांति का नोबेल पुरस्कार पाने वाले कोलंबिया के दूसरे शख्स हैं. इससे पहले जाने-माने लेखक ग्रैबियल ग्रार्सिया मार्खेज को 1982 में नोबेल पुरस्कार मिला था.
नोट :- इस बार चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार जापानी कोशिका विज्ञानी योशिनोरी ओसुमी को जबकि भौतिकी का नोबेल ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों, डेविड थूल्स, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज को दिया गया है