विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि का रुख, पीएमआई(PMI) जून में तीन महीने के उच्च स्तर पर:

  • ऑर्डर में मजबूत वृद्धि के मद्देनजर देश में विनिर्माण क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार का रुख है और  इससे PMI जून में तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
  • मैन्‍युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स' (पीएमआई) जून में बढ़कर 51.7 हो गया जो मई में 50.7 था। इसका कारण नए ऑर्डर में वृद्धि है।

क्या है पीएमआई(PMI)

  • पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्‍स (पीएमआई) मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेक्‍टर की आर्थिक सेहत को मापने का एक इंडिकेटर है। इसके जरिए किसी देश की आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाता है।
  • पीएमआई सेवा क्षेत्र समेत निजी क्षेत्र की अनेक गतिविधियों पर आधारित होता है। इसमें शामिल तकरीबन सभी देशों की तुलना एक जैसे मापदंड से होती है।
  •  पीएमआई का मुख्‍य मकसद इकोनॉमी के बारे पुष्‍ट जानकारी को आधिकारिक आंकड़ों से भी पहले उपलब्‍ध कराना है, जिससे अर्थव्‍यवस्‍था के बारे में सटीक संकेत पहले ही मिल जाते हैं।
  • कारक जिनसे यह निर्धारित होता है : पीएमआई 5 प्रमुख कारकों पर आधारित होता है। इन पांच प्रमुख कारकों में नए ऑर्डर, इन्‍वेंटरी स्‍तर, प्रोडक्‍शन, सप्‍लाई डिलिवरी और रोजगार वातावरण शामिल हैं।
  • पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्‍स को 1948 में अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट (आईएसएम) ने शुरू किया जो कि सिर्फ अमेरिका के लिए काम करती है
  • इसके 50 से ऊपर  रहने का मतलब विस्तार से है जबकि इसके नीचे यह संकुचन को व्यक्त करता है।

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