★ इजरायल ने भारत के साथ 2 बिलियन डॉलर (करीब 12 हजार करोड़ रुपए) की डिफेंस डील पर साइन किए हैं।
★ इसके तहत इजरायल भारत को मिसाइल डिफेंस सिस्टम देगा। इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने इस बात की जानकारी दी।
★ इसके जरिए दुश्मनों के एयरक्राफ्ट, मिसाइल और ड्रोन्स को 70 किमी के दायरे में मार गिराया जा सकता है।
इस डील का मकसद भारतीय प्रधानमंत्री के इजरायल दौरे से पहले दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्तों को मजबूती देना है।
- IAI भारत को मीडियम रेंज का एडवांस्ड जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम (MRSAM) देगा।
- इसके अलावा, इजरायल भारत को लॉन्ग रेंज मिसाइल डिफेंस सिस्टम (LRSAM) भी मुहैया कराएगा।
- "इस डील से पता चलता है कि भारत सरकार को हमारी कैपिबिलिटीज पर भरोसा है। इन टेक्नोलॉजी को हम अपने पार्टनर्स के साथ मेक इन इंडिया पॉलिसी के साथ बना रहे हैं।
- इजरायल ने डीआरडीओ के साथ मिलकर मिलिट्री इक्विपमेंट्स बनाने की बात पर भी सहमति जताई है।
★ इजरायल भारत के टॉप तीन डिफेंस सप्लायर्स में से एक है। बीते दस साल में 10 बिलियन डॉलर की डील हासिल करने के अलावा इजरायल ने आखिर के दो सालों में हथियारों के सात कॉन्ट्रैक्ट भारत से हासिल किए हैं।
- इसके अलावा, कई दूसरी बड़ी डील्स भी पाइपलाइन में हैं। इनमें दो इजरायल निर्मित फॉल्कन AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) भी शामिल है, जिन्हें रूस निर्मित IL-76 मिलिटरी एयरक्राफ्ट पर लगाया जाना है।
- इसके अलावा, चार एरोस्टैट रडार और कुछ हमलावर ड्रोन्स भी खरीदे जाने हैं। भारतीय सेनाओं के पास इजरायल निर्मित 100 ड्रोन्स पहले से हैं।
क्या है बराक-8?
- बराक-8 सिस्टम एक खास तकनीक MF-STAR (मल्टीफंक्शन सर्विलांस एंड थ्रेट अलर्ट रडार) से लैस है। इसमें डाटा लिंक वाला वेपन सिस्टम है, जो हवा में मैक्सिमम 100 किमी की रेंज तक दुश्मनों की मौजूदगी को भांपकर उसे 70 किमी के दायरे में तबाह कर देता है।
- जानकार मानते हैं कि यह सिस्टम भारत की हवाई सुरक्षा की खामियों को भरने में अहम भूमिका निभा सकता है।