- कई सालों से रफ्तार में चल रही चीन की अर्थव्यवस्था अब लड़खड़ाती हुई नजर आ रही है. चीन की GDP ग्रोथ रेट जो साल 2014 में 7.3 फीसदी थी, वह 2015 में गिरकर 6.9 फीसदी पर आ पहुंची है. इसके साथ ही चीन की ग्रोथ रेट 25 सालों के निचले स्तर पर आ गई है.
- चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) ने जारी आंकड़ों के मुताबिक चौथी तिमाही में वृद्धि दर घटर 6.8 प्रतिशत रही जो 2009 के वित्तीय संकट के बाद से अब तक का न्यूनतम आंकड़ा है। इस तरह 2015 की सालाना वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही।
=>जीडीपी ग्रोथ का लक्ष्य था 7 फीसदी
चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, ऐसे में अर्थव्यवस्था की सुस्त चाल दुनियाभर के निवेशकों के लिए चिंता का विषय है. आधिकारिक तौर पर 2015 में चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट का लक्ष्य 7 फीसदी तय किया गया था.
=>क्या रही वजह...
- गौरतलब है कि चीन के शेयर बाजार में लगातार गिरावट का रुख देखने को मिला है जिसके चलते बाजार एक साल के निचले स्तर पर आ गए. वहीं, दुनियाभर के निवेशकों ने बीते 6 महीने में करीब 6 सौ अरब डॉलर निकाल लिए
- एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन पर कर्ज उसके जीडीपी के अनुपात में 150 फीसदी से बढ़कर 250 फीसदी हो गया है. इसके चलते भी अर्थव्यवस्था पर दबाव बना रहा.
- उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में इस बात की उम्मीद जताई गई थी कि भारत सालाना सात फीसदी की वृद्धि दर हासिल करेगा और इसकी के साथ अगले दस सालों में दुनिया में सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था बनेगी.