- वैश्विक भ्रष्टाचार पर निगरानी रखने वाली संस्था “ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल” द्वारा दुनिया भर के देशों में भ्रष्टाचार के स्तर को बताने वाले वर्ष 2014 के सूचकांक (Corruption Perceptions Index 2014) में भारत को 85वाँ (कुल 175 देशों में से) स्थान प्रदान किया गया हैI
- ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने वैश्विक भ्रष्टाचार से सम्बन्धित वर्ष 2014 का सूचकांक 6 नवम्बर 2015 को जारी किया। इसमें शामिल कुल 175 देशों में भारत को 85वाँ स्थान प्रदान किया गया।
- इस सूचकांक में भारत को अधिकतम 100 अंकों में से कुल 38 अंक प्रदान किए गए। उल्लेखनीय है कि पिछले साल के इस सूचकांक में भारत को 36 अंक मिले थे।
- इसका अर्थ हुआ कि इस संगठन के अनुसार भारत में पिछले एक साल में भ्रष्टाचार कम हुआ है। यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि इस साल के सूचकांक में चीन को 36 अंकों के साथ 100वाँ स्थान प्रदान किया गया है।
- इस सूचकांक में डेनमार्क (Denmark) को 92 अंकों के साथ पहला स्थान दिया गया है जबकि सोमालिया (Somalia) तथा उत्तर कोरिया (North Korea) को मात्र 8 अंकों के साथ संयुक्त रूप से सबसे निचले स्थान पर रखा गया है।
- ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार इस सूचकांक में कोई भी देश अधिकतम 100 अंक हासिल नहीं कर सका जिसका अर्थ होता शून्य भ्रष्टाचार। वहीं सूचकांक में शामिल दो-तिहाई देशों का स्कोर 50 अंकों से कम रहा।
- उल्लेखनीय है कि इस सूचकांक को देशों के सार्वजनिक क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के संदर्भ में विश्व भर के विशेषज्ञों से हासिल राय के आधार पर तैयार किया जाता है।