रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ‘स्टेट फाइनेंस : ए स्टडी ऑफ बजट 2015-16’ रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2016 के बजट अनुमान में :
- सबसे ज्यादा कर्जदार राज्यों की लिस्ट में 3.79 लाख करोड़ रुपये के साथ महाराष्ट्र पहले नंबर पर है।
- यूपी पर 3.27 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है और वह दूसरे नंबर पर है।
- तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है, जिस पर 3.08 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है।
- वहीं 2.62 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के साथ आंध्र चौथे नंबर पर, 2.35 लाख करोड़ के कर्ज के साथ तमिलनाडु पांचवें और 2.92 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के साथ गुजरात छठे स्थान पर है।
- इस सूची में इसके बाद कर्नाटक, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा का नंबर आता है।
कहां कितना खर्च
सर्वे के मुताबिक, अगर राज्यों के कुल खर्च की बात कहें तो राज्यों ने कुल बजट का
- 45.6 फीसद एजुकेशन, स्पोर्ट, आर्ट ऐंड कल्चर पर खर्च किया है।
- मेडिकल और पब्लिक हेल्थ पर 11.6 फीसद
- 2.2 फीसद फैमिली वेलफेयर, 6 फीसद वाटर
- 3.2 फीसद हाउसिंग और 6.3 फीसद अर्बन डिवेलपमेंट पर खर्च किया है।
- राज्यों ने सबसे कम 1.1 फीसद खर्च लेबर या लेबर वेलफेयर पर किया है।
कर्जे का नया ट्रेंड
रिपोर्ट में कहा गया है कि अब नए ट्रेंड की शुरुआत हो गई है। अब राज्य सरकारें केंद्र के बजाय मार्केट से लोन उठाने को प्राथमिकता दे रही हैं। मार्केट से कर्ज लेने में भी महाराष्ट्र सरकार सबसे आगे है।
Source: navbharattimes, the Hindu