GS PAPER II।
संविधान-ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना
अध्यादेशों का आश्रय लेने ने हमेशा ही शक्तियों का पृथक्करण सिद्धांत की भावना के उल्लंघन पर चिंता जागृत की है | अध्यादेशों को लागू करने की शक्ति के तर्काधार को नोट करते हुए विश्लेषण कीजिए की क्या इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के विनिश्चयों ने इस शक्ति का आश्रय लेने को सुगम बना दिया है | क्या अध्यादेशों को लागू करने की शक्ति का निरसन कर दिया जाना चाहिए | (UPSC-2015)
Resorting to ordinances has always raised concern on violation of the spirit of separation of power doctrine. While noting the rationales justifying the power to promulgate, analyse whether the decision of the Supreme Court on the issue have further facilitated to resorting to this power. Should the power to promulgate the ordinances be repealed?
Reference: https://gshindi.com/category/indian-polity/bringing-frequent-ordinance-is-assault-on-constitution-sc