GS PAPER II
लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
पोलिसिंग ने कई नए आयामों को अंगीकार किया है और एक निश्चित तव्तरता हासिल कर ली है, जो किसी भी देरी का इन्तजार नहीं कर सकती। इस संबंध में पुलिस सुधार के जवाब की जरूरत का विश्लेषण करे तथा इस संबंध में क्या कार्रवाई की जा सकती है?
Policing has acquired many new connotations and a certain immediacy which cannot wait any delay. In this respect analyse the need for police reform ans what action can be taken in this regard?
Reference: http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-opinion/back-to-the-classroom/article19291280.ece