GS PAPER III
विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग-गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दानकर्ताओं, लोकोपकारी संस्थाओं, संस्थागत एवं अन्य पक्षों की भूमिका।
विश्वविद्यालयों स्वतंत्र सोच और एक सव्छंद नागरिक समाज को संवारने के स्थान रहे हैं लेकिन हाल में विश्वविद्यालयों में विरोध और हिंसा की घटनाओं के सन्दर्भ में विश्वविद्यालयों के स्वतन्त्र शिक्षा की संस्थाओं की भूमिका पर टिप्पणी कीजिए ।
Universities are places of independent thinking and grooming ground for vibrant civil society but in light of recent protest and violent incident in Universities critically comment on their role as institution of free learning.
Reference: https://gshindi.com/category/hindu-analysis/hindu-analysis-26-28-feb-17
Reference: http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-opinion/moral-economy-of-a-university/article17364051.ece