यूनेस्को (UNESCO )ने इस साल भारत से जुड़े तीनों नामांकनों को अपने विश्व विरासत स्थलों मंजूरी दे दी | ये है
- चंडीगढ़ के केपीटोल कांप्लेक्स
- कंचनचंघा पार्क (first ‘mixed’ heritage site from India. A ‘mixed site’ exhibits qualities of both natural and cultural significance.)
- नालंदा विश्वविद्यालय का पुरातात्विक स्थल पहली बार है जब किसी देश के तीन स्थलों को समिति की बैठक के एक ही सत्र में विश्व विरासत सूची में जगह मिली हो। भारत की अब 35 साइट्स (27 cultural properties, seven natural sites and one mixed site) विश्व विरासत स्थलों में शामिल हो चुकी है |
युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों ( को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समितिद्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेखUNESCO के तत्वाधान में करती है।
उद्देश्य: इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है।