- ‘ऐतिसाहिक शहर अहमदाबाद’ 8 जुलाई, 2017 को विश्व विरासत समिति के 41वें सत्र के दौरान यूनेस्को की विश्व विरासत की सूची में स्थान पाने में सफल रहा।
- अहमदाबाद विश्व विरासत की सूची में शामिल होने वाला भारत का पहला और एशिया का तीसरा शहर है।
- पिछले तीन वर्षों में भारत के पांच निर्मित विरासत स्थल यूनेस्को की विश्व विरासत की सूची में शामिल हुए हैं।
- भारत में अब 28 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और एक मिश्रित स्थल के साथ कुल 36 विश्व विरासत शिलालेख हैं। भारत का एएसपीएसी (एशिया और प्रशांत) क्षेत्र में विश्व विरासत संपत्ति की सूची में चीन के बाद दूसरा स्थान है और विश्व में 7वां स्थान है।
What are heritage sites?
मानवता के लिए अत्यंत महत्व की जगह, जो आगे आने वाली पीढि़यों के लिए बचाकर रखी जानी होती हैं, उन्हें विश्व धरोहर स्थल(बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) के रूप में जाना जाता है। ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों के संरक्षण की पहल यूनेस्को द्वारा की गई। इस आशय की एक अंतर्राष्ट्रीय संधि जो कि विश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर संरक्षण की बात करती है के 1972 में लागू की गई।
विश्व धरोहर समिति इस संधि के तहत् निम्न तीन श्रेणियों में आने वाली संपत्तियों को शामिल करती है -
- प्राकृतिक धरोहर स्थल - ऐसी धरोहर भौतिक या भौगोलिक प्राकृतिक निर्माण का परिणाम या भौतिक और भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत सुंदर या वैज्ञानिक महत्व की जगह या भौतिक और भौगोलिक महत्व वाली यह जगह किसी विलुप्ति के कगार पर खड़े जीव या वनस्पति का प्राकृतिक आवास हो सकती है।
- सांस्कृतिक धरोहर स्थल - इस श्रेणी की धरोहर में स्मारक, स्थापत्य की इमारतें, मूर्तिकारी, चित्रकारी, स्थापत्य की झलक वाले, शिलालेख, गुफा आवास और वैश्विक महत्व वाले स्थान; इमारतों का समूह, अकेली इमारतें या आपस में संबद्ध इमारतों का समूह; स्थापत्य में किया मानव का काम या प्रकृति और मानव के संयुक्त प्रयास का प्रतिफल, जो कि ऐतिहासिक, सौंदर्य, जातीय, मानवविज्ञान या वैश्विक दृष्टि से महत्व की हो, शामिल की जाती हैं।
- मिश्रित धरोहर स्थल - इस श्रेणी के अंतर्गत् वह धरोहर स्थल आते हैं जो कि प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों ही रूपों में महत्वपूर्ण होती हैं।