- हरियाणा के भिवानी जिले के गांव तिगड़ाना में पांच हजार साल पुरानी हड़प्पाकालीन सभ्यता के महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं
- खोदाई से पता चला है कि हड़प्पाकाल के दौरान तिगड़ाना महत्वपूर्ण औद्योगिक और व्यावसायिक केंद्र था।
- यहां से गुजरात व अफगानिस्तान तक व्यवसाय होता था।
- खोदाई में मिले अवशेष से पता चला है कि अरावली पर्वत श्रृंखला उस समय भी मौजूद थी। इस पर्वत श्रृंखला में पत्थर व तांबे से आभूषण बनाए जाते थे
- खोदाई के दौरान चूल्हे व हारा (बड़ा चूल्हा) के अवशेष भी मिले हैं।
- यहां पर बड़ी संख्या में हड़प्पाकालीन मिट्टी के बर्तन, जिनमें मिट्टी की थालियां, कटोरे, गिलास व अन्य बर्तन मिले हैं। इसके अलावा कम कीमती पत्थरों के मनके, चूड़ियां, पशुओं की आकृति के खिलौने मिले हैं।
- अगेट और कार्लियन पत्थर के मनके भी यहां पर मिले हैं, जो कि गुजरात से यहां लाए जाते थे।
- अफगानिस्तानी लाविश लाजुली पत्थर के मनके भी मिले हैं। प्रतीत होता है कि इस व्यावसायिक केंद्र पर गुजरात व अफगानिस्तान से व्यवसाय होता था