केंद्र सरकार पर्यटन के लिहाज से भगवान राम से संबद्ध छह राज्यों में 11 तीर्थस्थलों का एक रामायण सर्किट विकसित करने जा रही है। इस प्रस्तावित सर्किट के चार जिले उत्तर प्रदेश में हैं।
केंद्र ने एक कृष्ण सर्किट बनाने का भी प्रस्ताव रखा है। यहां पर पांच राज्यों में भगवान कृष्ण से जुड़े 12 जिलों को विकसित किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री महेश शर्मा की अध्यक्षता में रामायण और कृष्ण सर्किट की राष्ट्रीय समिति की पहली बैठक में यह दो प्रस्ताव रखे गए। थीम आधारित सर्किट से जुड़ी परियोजनाओं के लिए उत्तर प्रदेश को 300 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। सरकार ने पहले ही इस पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
रिलीज में कहा गया है कि रामायण सर्किट के तहत छह राज्यों में 11 स्थानों को विकसित किया जाएगा। यह पवित्र स्थल हैं - अयोध्या, नंदीग्राम, श्रृंघवेरपुर और चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी, बक्सर और दरभंगा (बिहार), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), भद्राचलम (तेलंगाना), हंपी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु)।
एक विशेषज्ञ समिति ने इस सर्किट में कुछ अन्य शहरों जैसे चित्रकूट (मध्यप्रदेश), नाशिक व नागपुर (महाराष्ट्र) और महेंद्रगिरी (ओडिशा) को भी शामिल करने का प्रस्ताव किया है।
वहीं, कृष्ण सर्किट के पांच राज्यों के 12 स्थानों में द्वारका (गुजरात), नाथद्वार, जयपुर और सीकर (राजस्थान), कुरुक्षेत्र (हरियाणा), मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना, नंदगांव और गोवर्द्धन (उत्तर प्रदेश) और पुरी (ओडिशा) शामिल हैं