देश में मतदाता सूची की स्थिति सुधारने और मतदान केन्द्र की स्थिति और क्षेत्र को उपयुक्त बनाने के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग ने "राष्ट्रीय मतदाता सूची शुद्धिकरण" (एनईआरपी) कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य मतदाता सूचियों की शुचिता और निष्ठा को बढ़ाना और मतदाताओं को अपने-अपने मतदान केंद्रों तक आसानी से पहुंचने में सहायता प्रदान करने के लिए मतदाताओं की सुविधा हेतु मतदाता केंद्रों का मानकीकरण करना है।
Why this scheme: भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) सभी पात्र नागरिकों के नामांकन को बहुत महत्व देता है और मतदाताओं को सुविधाजनक स्थान पर स्थित भवनों तक पहुंचने और वहां बिना किसी परेशानी के अपने वोट डालने के लिए उनकी सहायता करता है। वर्ष 2016 के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग का उद्देश्य है कि "कोई भी मतदाता पीछे न छूटे"।
एनईआरपी 2016 के दो लक्ष्य हैं -
(1) मतदाता सूचियों में सुधार लाने के लिए एक मिशन के रूप में सभी पात्र नागरिकों को शामिल करना; मतदाता सूचियों में कोई त्रुटि न होना; विशिष्ट मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) संख्या के साथ प्रत्येक पात्र मतदाता के लिए एकल मतदाता सूची प्रवेश; सभी अनुपस्थित (ए) / स्थान बदलने वाले (एस) / मृत (डी) मतदाताओं की 'प्रविष्टियों और उनके दोहराव को हटाना और फोटो मतदाता सूची (पीईआर) को भारतीय निर्वाचन आयोग के मानकों की पुष्टि करते हुए प्रत्येक मतदाता के अच्छी गुणवत्ता वाले सही फोटो के साथ, फोटो मतदाता सूचियां सुनिश्चित करना, और मतदाताओं के संपर्क विवरणों को प्राप्त करके मतदाताओं को भारतीय निर्वाचन आयोग से जोड़ना।
(2) सेक्सनों, मतदान केंद्रों की चारदीवारियों और स्थल का मानकीकरण और जीआईएस प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए सेक्सनों के मानकीकरण के साथ चारदीवारियों के हिस्से के अधिकतम उपयोग द्वारा मतदान केंद्रों के नक्शे में सुधार करना। मतदान केंद्रों को हिस्सों या आसन भागों में और संशोधित मतदाता केंद्र नक्शे को ‘मतदान केंद्र तक कैसे पहुंचे’ दर्शाने वाले नक्शे के हिस्से द्वारा स्थानांतरण करना; इसके लिए मतदान केंद्र भवन के फोटो और न्यूनतम मूल सुविधाओं के विवरण के साथ परिमापित मतदान केंद्र कक्ष की ड्राइंग को भी शामिल किया जाएगा।