- भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा पर पिछले 2 महीने से भारी तोपों से की जाने वाली फायरिंग बंद है। इसकी वजह क्या है? स्वाति, जी हां! स्वाति नाम के वेपन लोकेटिंग रडार पिछले 2 महीने से LoC पर ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं। सीमा पार से तोपों और दूसरे भारी हथियारों से फायरिंग रुकने के पीछे स्वाति एक अहम कारण है।
कैसे रोकता है यह फायरिंग
- ये रेडार उस लोकेशन की सटीक जानकारी दे सकते हैं जहां से फायरिंग हो रही हो। यह दुश्मन की आर्टिलरी, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों को तबाह करने के लिए हमारे शूटिंग उपकरणों को गाइड कर सकते हैं। इतना ही नहीं, यह हमारी ओर से की गई फायरिंग के प्रभाव को भी ट्रैक कर सकता है। पहले यह सुविधा सेना के पास नहीं थी।
- LoC पर भारी आर्टिलरी के इस्तेमाल पर रोक है। छोटे हथियारों से फायरिंग लगातार चलती रहती है और उससे नागरिकों और बंकरों को नुकसान नहीं होता। पिछले एक साल से सीमा पार से हेवी आर्टिलरी से फायरिंग चल रही थी। इससे बहुत नुकसान हो रहा था। यहां तक कि सीमा पार स्नाइपर फायरिंग का भी इस्तेमाल हो रहा था। कहानी में मोड़ आया सर्जिकल स्ट्राइक के बाद। तब पाकिस्तान से और हेवी फायरिंग की शंका थी। उसी वक्त ये रडार तैयार हो चुके थे। इन्हें फौरन नियंत्रण रेखा पर शिफ्ट किया गया। इन्हें तैनात किए जाने के बाद ही हेवी आर्टिलरी से फायरिंग थमने लगी। संघर्षविराम का उल्लंघन अब भी जारी रहता है, लेकिन छोटे हथियारों के जरिये।
कैसे करता है यह कार्य
- DRDO की लैब में बनाए इस रेडार को राजधानी में हुए एक समारोह में सेना को सौंपा। 'स्वाति' रेडार की क्षमता फायरिंग करने वाले हथियार की लोकेशन को 10 से 15 सेकंड में बिल्कुल सटीक खोज लेता है।
- यह 16,000 फीट तक की ऊंचाई वाले इलाकों में भी कारगर है। तापमान चाहे -30 हो या 55 डिग्री सेल्सियस, यह 50 किलोमीटर की रेंज तक नजर रख सकता है।
- इसकी रेंज 50 किलोमीटर तक बताई जा रही है और मुश्किल मौसम में भी ये सही तरह से काम करता है।
लोकेशन पताकर,खत्म करती है हथियार
-वेपन लोकेटिंग रडार स्वाति को DRDO की इलेक्ट्रॉनिक एंड रडार स्टैब्लिशमेंट ने डेवलेप किया है।
-स्वाति रडार मोर्टार,रॉकेट और शेल्स की सही लोकेशन पता लगा लेता है।
-स्वाति रडार अटैच आर्टिलरी गन को भी गाइड करता है ताकि उनसे वेपंस को नष्ट किया जा सके।
सेना की ओर से 30 'स्वाति' रेडार बनाने का ऑर्डर मिला है, जिनमें 6 तैयार हो गए हैं और 3 पर काम चल रहा है।