यह भारत के geo-political और geo-economic परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आयोजित की जाती है | इसका पहला भाग २०१६ में आयोजित किया गया था |
प्रधानमन्त्री के भाषण से कुछ अंश :
- पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते होने पर जोर दिया। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी और चीन को हिदायत दी।
- प्रधानमन्त्री ने कहा कि उनका सपना है कि अच्छी तरह से एकीकृत पड़ोस हो। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा पाकिस्तान अगर भारत से बात करना चाहता है तो उससे आतंक का रास्ता छोड़ना होगा।
- जो पड़ोसी देश अहिंसा, नफरत को बढ़ावा देकर आतंकियों को भेजते हैं वह अलग रहते हैं और उनपर कोई ध्यान नहीं देता।
- प्रधानमन्त्री ने चीन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दो बड़े पड़ोसियों के बीच मतभेद होना आम बात नहीं हो सकती। उन्होंने आगे कहा कि रिश्ते बनाए रखने के लिए दोनों देशों को संवेदनशीलता और मूल चिंताओं के प्रति सम्मान दिखाना होगा।
क्या है रायसीना डायलॉग
रायसीना डायलॉग का पहला कार्यक्रम पिछले साल एक मार्च से तीन मार्च के बीच हुआ था। उसमें 35 देशों से 100 से ज्यादा स्पीकर्स बोलने के लिए आए थे। यह कार्यक्रम विदेश मंत्रालय और Observer Research Foundation (ORF) द्वारा मिलकर करवाया जाता है। कार्यक्रम में भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र के मुद्दों पर चर्चा होती है।