- पूर्वी जर्मनी में शुरू हुई शांतिपूर्ण क्रांति ने एकीकृत जर्मनी को लोकतांत्रिक राज्य की चमकती मिसाल बना दिया है. जर्मनी यूरोप की सबसे ताकतवर अर्थव्यवस्था है. यह जर्मनी के स्थायित्व और उसकी सफलता की कुंजी है.
=>एकीकरण से जुड़े तथ्य:-
- 23 मई, 1949 को सोवियत हिस्से वाले जर्मनी को फेडरल रिपब्लिक ऑफ जर्मनी घोषित करके बॉन को उसकी राजधानी बनाया गया. वहां सोवियत यूनिटी (कम्युनिस्ट पार्टी) के नेतृत्व में एक दलीय शासन व्यवस्था की स्थापना की गई. 7 अक्टूबर, 1949 को एक केंद्रीकृत संविधान को अपनाया गया.
- दोनों जर्मन देशों के मध्य अविश्वास की खाई उस समय और गहरा गई जब 1961 में पूर्वी जर्मनी ने बर्लिन दीवार का निर्माण कराया. ऐसी परिस्थितियों में पश्चिमी जर्मनी अमेरिका व यूरोपीय देशों के और करीब आ गया.
- 1982 में क्रिश्चियन डेमोक्रेट पार्टी के हेलमुट कोल पश्चिमी जर्मनी के नए चांसलर चुने गए. इनके शासनकाल के दौरान पश्चिमी जर्मनी ने आर्थिक विकास की नई बुलंदियाँ छुईं.
- 1989 में पूर्वी जर्मनी में कम्युनिस्ट पार्टी का पतन हो गया. 9 नवम्बर, 1989 को बलन दीवार तोड़ दी गई. जुलाई, 1990 में सोवियत राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव द्वारा नर्म रुख अपनाने के बाद दोनों जर्मन राष्ट्रों के एकीकरण का रास्ता प्रशस्त हो गया.
- 3 अक्तूबर, 1990 को बर्लिन की दीवार गिरने के बाद साम्यवादी पूर्वी जर्मनी और पूंजीवादी पश्चिम जर्मनी एक देश बन गए थे. चालीस साल तक विभाजन का दर्द झेलने के बाद दो देश एक हो पाए.
- पूर्वी जर्मनी के नजरिए से यह सौभाग्य था कि पश्चिमी जर्मनी की आर्थिक ताकत की मदद से खस्ताहाल पूर्वी जर्मन समाजवादी अर्थव्यवस्था को ठीक किया जा सके.पश्चिम जर्मन नजरिए से एकजुटता संधि और एकजुटता कर लगाना बहुत स्वाभाविक बात थी.
=>वर्तमान स्थिति :-
- पूरब और पश्चिम का विभाजन धीरे धीरे मिट रहा है, हालांकि पूर्वी हिस्से में आर्थिक समस्याएं बनी हुई हैं.
- जर्मनी बहु-सांस्कृतिक देश है. सवा 8 करोड़ की आबादी में डेढ़ करोड़ लोग विदेशी मूल के हैं और उनमें से बहुत मुस्लिम हैं.
- जर्मनी के एकीकरण की यह वर्षगांठ ऐसे मौके पर मनाई जा रही है जब बड़ी संख्या में सीरियाई शरणार्थी शरण लेने के लिए यूरोप पंहुच चुके हैं.
- शरणार्थियों के आने से इन दिनों देश पर एक गंभीर संकट है.
- अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल के अंत तक करीब 10 लाख शरणार्थी जर्मनी पंहुच जाएंगे.