सीरिया की सेना का मजबूत रहना आवश्यक आईएस को हारने के लिए
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद भले ही पश्चिम देशों के निशाने पर हों, लेकिन आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में उनकी सेना की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है|
आईएस सीरिया में सीरियाई सेना और अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना से एक साथ लड़ रहा है. इसको लेकर आईएचएस में मध्य-पूर्व मामलों के वरिष्ठ विश्लेषक कोलंब स्ट्रैक का कहना है कि:
- अगर सीरियाई सेना कमजोर पड़ी तो इससे आईएस आतंकियों को ज्यादा आबादी वाले शहरों और कस्बों में घुसने का मौका मिल जाएगा.
- आईएस को सीरिया और इराक दोनों जगहों पर पीछे हटना पड़ रहा है और ऐसे में सीरियाई सेना के कमजोर पड़ने पर उसे और ज्यादा समय तक टिकने का मौका मिल जाएगा.
- जब अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना और उसके समर्थन वाले लड़ाके आईएस की स्वघोषित राजधानी रक्का को घेरने में लगे हैं तो सीरियाई सेना के कमजोर पड़ने से आईएस पूर्वी सीरिया के सबसे बड़े शहर दीर-अल-जोर में पकड़ बना सकता है.