- तृतीय भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में हुआ। इस आयोजन में 40 देशों के राष्ट्राध्यक्षों शामिल हुए।
- यह्रा भारत में हाल-फिलहाल में होने वाला सबसे बड़ा बहुपक्षीय सम्मेलन माना जा रहा है।
- भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलनों का आयोजन वर्ष 2008 में शुरू हुआ था।
=> भारत-अफ्रीका मंच भारत तथा अफ्रीकी देशों के बीच परस्पर सम्बन्धों को मजबूत करने तथा विचार-विमर्श का आधिकारिक मंच है।
- इस मंच के प्रथम शिखर सम्मेलन का आयोजन अप्रैल 2008 के दौरान दिल्ली में किया गया था जिसमें 14 अफ्रीकी राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया था।
- भारत-अफ्रीका मंच का दूसरा शिखर सम्मेलन वर्ष 2011 में इथियोपिया की राजधानी अदिस अबाबा में किया गया था।
- उल्लेखनीय है कि इसमें जहाँ 54 अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं वहीं लगभग 40 राष्ट्राध्यक्ष भी प्रतिभागिता करेंगे।
- भारत ने सम्मेलन के अंतिम दिन अफ्रीकी देशों को कुल 10 अरब डॉलर ($10 billion) के रियायती ऋण प्रदान करने की घोषणा की। यह ऋण इस महाद्वीप में भारत द्वारा संचालित अन्य ऋण कार्यक्रमों के अलावा होगा।
- अफ्रीकी छात्रों को 50,000 छात्रवृत्तियाँ प्रदान करने की अहम घोषणा भी की। इसके अलावा पूरे अफ्रीका में ई-नेटवर्क (E-Network) का विस्तार करने तथा यहाँ के लोगों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए भी भारत सरकार ने सहायता प्रदान करने की घोषणा की।
- उल्लेखनीय है कि भारत अफ्रीकी महाद्वीप को अपने लिए एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है तथा केन्द्र सरकार अफ्रीका में अपनी व्यावसायिक स्थिति को मजबूत करना चाहती है।
- इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता हासिल करने की मुहिम में भी इन अफ्रीकी देशों का सहयोग भारत हासिल करना चाहता है।
नोट:- इस सम्मेलन के लगभग एक माह बाद चीन भी अफ्रीकी देशों का एक ऐसा ही सम्मेलन आयोजित कर रहा है।