GS PAPER I
Urbanisation
प्राकृतिक आपदाओं के समक्ष शहरों का ताश के पत्तों के समान बिखर जाने का एक महत्वपूर्ण कारण है की शहरीकरण की दौड़ में प्रकृति की अवहेलना की गई है| टिप्पणी करें
|http://www.hindustantimes.com/editorials/india-cities-must-become-sponge-cities-to-tackle-urban-flooding/story-… Read More
GS PAPER I
Post-Independence India
स्वतंत्रता के पश्चात दलित आंदोलनों की यात्रा का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए तथा वर्तमान में ऐसे कौन से कारक है किस प्रकार के आंदोलनों को प्रभावित कर रहे हैं? चर्चा कीजिए
http://www.hindustantimes.com/opinion/the-dalit-story-in-today-s-india-is-no-longer-a… Read More
GS PAPER I
Indian Society
मैरिटल रेप का अपराधीकरण करना मात्र ही महिलाओं की वर्तमान स्थिति को सुधारने के लिए पर्याप्त नहीं है| स्थिति में सुधार करने के लिए कुछ वृहद आयामों को समझने की आवश्यकता है जिससे परंपरागत सामाजिक संरचना की बुराइयों से महिला को बचाया जा सके| टिप्पणी कीजिए|
http://www.… Read More
GS PAPER I
Social Issues
अंधविश्वास से मुक्ति पाने के लिए तथा तर्कसंगतता को बढ़ाने के लिए भारत को सामाजिक अवचेतना में गुणात्मक सुधारों की दिशा में कार्य करना चाहिए| इस संबंध में भारत द्वारा क्या क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-opinion/will-india-get-over-its-… Read More
GS PAPER I
Indian Society
भारत में उपस्थित विविधता भारत का कमजोर पक्ष में होकर भारत की सशक्तता को दर्शाता है| स्वतंत्रता के बाद से अब तक भारत की यात्रा को ध्यान में रखते हुए इस कथन की समीक्षा कीजिए?
Source: India after Independence: Bipin Chandra
GS PAPER III
Terrorism
आतंकवाद के स्वरूप में… Read More
GS PAPER I
संप्रदायवाद
संप्रदायवाद को चुनौती देने के संबंध में धर्म से दूरी बना लेना उपयुक्त मार्ग नहीं है| भारत में प्रचलित पंथनिरपेक्षता के संबंध में इस कथन की समीक्षा कीजिए तथा इस बात पर भी प्रकाश डालें की पंथनिरपेक्षता के संबंध में हमारी समझ कहां कमजोर पड़ती है?
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