यह रैंकिंग 'एसेसमेंट ऑफ स्टेट इम्प्लीमेंटेशन ऑफ बिजनेस रिफॉर्म्स 2016' के नाम से जारी एक रिपोर्ट का हिस्सा है, जिसे विश्व बैंक और उद्योग विभाग ने तैयार किया है
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना गुजरात को पीछे छोड़ते हुए व्यापार सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) रैंकिंग में संयुक्त रूप पहले स्थान पर आए हैं.
- ‘एसेसमेंट ऑफ स्टेट इम्प्लीमेंटेशन ऑफ बिजनेस रिफॉर्म्स 2016’ शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी करते हुए इसकी घोषणा की है. यह रैंकिंग इसी रिपोर्ट का हिस्सा है और इस रिपोर्ट को विश्व बैंक और डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) ने साथ मिलकर तैयार किया है.
What has been taken into account
- एक जुलाई, 2015 से 30 जून, 2016 तक की व्यापार सुगमता रैंकिंग को कारोबार सुधार से जुड़े '340 प्वाइंट बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान' और राज्यों द्वारा इसे लागू किए जाने के आधार पर तैयार किया गया है.
- इन सुधारों में कर सुधार, श्रम और पर्यावरण सुधार और सिंगल विंडो क्लियरेंस जैसे सुधार शामिल हैं. सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अपने यहां इन सुधारों को लागू करने से जुड़े दस्तावेज जमा किए थे और इनकी समीक्षा विश्व बैंक और केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन द्वारा की गई थी.
- इन दस्तावेजों के आधार पर सबसे ज्यादा 98.78 फीसदी अंकों के साथ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जहां पहले स्थान पर रहे वहीं गुजरात को इस साल 98.21 फीसदी के साथ दूसरे पायदान से ही संतुष्ट होना पड़ा है. इन राज्यों के बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहे.
- साल 2016 में कुल 17 राज्यों ने 50 फीसदी से ज्यादा इम्प्लीमेंटेशन मार्क्स (कारोबार सुधार कार्यक्रम लागू करने से जुड़े अंक) हासिल किए हैं, वहीं 16 राज्यों ने 75 फीसदी से ज्यादा मार्क्स के साथ सूची में शीर्ष स्थानों पर जगह बनाई है.
★पिछले साल केवल सात राज्यों ने ही 50 फीसदी से अधिक मार्क्स हासिल करने में सफलता पाई थी. राष्ट्रीय स्तर पर भी इम्प्लीमेंटेशन औसत में सुधार देखने को मिला है. पिछले साल के 32 फीसदी के मुकाबले इस साल यह 48.93 फीसदी रहा.