Prelims Practice Question Economy_Set 1

Dont Just Write correct option Explain your logic. Answer will be given later

1. भारत में राज्य विघुत बोर्डों की वित्तीय रूग्णता के निम्नलिखित कारणो पर विचार करें ।

  1. कृषि  एवं घरेलू उपभोक्तओं को उत्पादन - लागत से कम पर बिजली का विक्रय।
  2. प्रसारण एवं संवितरण हानियां काफी ज्यादा होती है।
  3. राज्य विघुत बोर्डो के लिए वाणिज्यीक स्वायत्तता में कमी।                
  4. राज्य सरकारो ने राज्य विघुत बोर्डो के माध्यम से सामाजिक परिदान नीतियों को क्रियान्वित किया है।

उपरोक्त मे से कौन से सही है ?

(a)   I, II तथा II          

(b) I, II, III तथा IV  

(c) I, III तथा IV   

(d) II, III तथा IV  

2. भारत में किस तरह की अर्थव्यवस्था है ?

(a)  समाजवादी                     (b)        गांधीवादी

(c) मिश्रित                           (d)        स्वतंत्र

 

3. 'चल योजना' के बारे में निम्नलिखित पर विचार करें।

  1. चालू वर्ष  के लिए एक योजना, जिसमें वार्षिक  बजट शामिल होता है।
  2. एक योजना जो 3, 4 या 5  वर्षो  के लिए निर्धारित होती है।
  3. यह अर्थव्यवस्था की आवाश्यकतानुसार प्रति वर्ष संशोधित  होती है।
  4. 10, 15 अथवा 20 वर्षो  के लिए एक सापेक्ष योजना।

उपरोक्त मे से कौन से सही है ?

  1.          I तथा II                   (b)        I तथा III        

(c) II तथा III                        (d)        I, II, III तथा IV 

4. भारत में 'योजना आयोग' की स्थापना किस वर्ष  हुई थी ?

(a) 1950                   (b)         1947

(c) 1948                 (d)        1951

5. यह सत्य होगा कि भारत को परिभाषित किया जाए -

(a)      एक खाघ की कमी वाली अर्थव्यवस्था के रूप में

(b) एक श्रम - आश्रम वाली अर्थव्यवस्था के रूप में

(c) एक व्यापार - अधिक्य वाली अर्थव्यवस्था के रूप में                          

(d) एक पूंजी - अधिक्य वाली अर्थव्यवस्था के रूप में

answer & Explanation 

1. उत्तर -     (b)

व्याखया - भारत में राज्य विघुत बोर्डो  की वित्तीय रूंग्णता के निम्नलिखित कारण है -

  1. कृद्गिा एवं घरेलू उपभोक्तओं को उत्पादन लागत से कम पर बिजली विक्रय
  2. प्रसारण एवं संविवतरण हानियां कॉफी ज्यादा होना
  3. राज्य विघुत बोर्डो के लिए वाणिज्यीक स्वयत्तता में कमी
  4. राज्य सरकारो द्वरा विघुत बोर्डो के माध्यम से सामाजिक परिदान नीतियों का क्रियान्वयन

 

2. उत्तर -           (d)

व्याख्या  - भारतीय अर्थव्यवस्था मिश्रित अर्थव्यवस्था के नाम से जानी जाती है। भारतीय अर्थव्यवस्था में सार्वजनिक क्षेत्र के साथ - साथ निजी क्षेत्र में सहअस्तित्व को महत्ता प्रदान की गई है। इसी कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को मिश्रीत अर्थव्यवस्था की संज्ञा दी गई है।

 

3 . उत्तर -          (b)

व्याखया - जनता पार्टी की केन्द्र सत्तारूढ सरकार ने पांचवी पंचवर्षीय  योजना को उसकी अवधि के एक वर्द्गा पूर्व ही अर्थात चार वर्द्गा (1974 - 78) में ही समाप्त करके 1 अप्रेल, 1978 से एक नई योजना प्रारंभ कर दी थी। इस योजना को 'चल योजना' या अनवरत योजना नाम दिया गया। इस योजना के तहत चालू वर्ष  के लिए एक योजना होती है जिसमें वार्षिक बजट शामिल होता है। यह अर्थव्यवस्था की आवश्य कतानुसार प्रतिवर्ष संशोधित  होती है।

4. उत्तर -           (a)

व्याखया - भारत में योजना आयोग का गठन 1950 ई. में परामर्शदात्री  व विशेषज्ञ  संस्था के रूप में सरकार के एक प्रलेख द्वरा किया गया। योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमन्त्री होता है। यह संवैधानिक निकाय नहीं है।

उत्तर -         (b)

 

5 . व्याखया - भारतीय अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण विशेषताए  निम्न है - निम्न प्रति व्यक्ति आय, कृद्गिा पर जनसंखया का अधिक दबाव, जनाधिक्य की स्थिति असन्तुलित आर्थिक विकास, बाजार की अपूर्णताएं एवं परम्परावादी समाज। भारत में जनाधिक्य की स्थिति पाई जाती है। 1991-2001 के दशक में जनसंखया में 21.54 %  की वृद्वि हुईं। जनसंखया वृद्वि की दर इतनी उंची होने से जनसंखया में प्रतिवर्द्गा लगभग 1.81 करोड व्यक्तियों की वृद्वि हो जाती है। यही कारण है, कि भारतीय अर्थव्यवस्था को एक श्रम - आधिक्य वाली अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता है।

 

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