1. इन्द्रधनुषीय क्रान्ति का सम्बंध है -
- हरित क्रान्ति से (b) श्वेत क्रान्ति से
(c) नीली क्रान्ति से (d) इन सभी से
2. द्वितीय हरित क्रान्ति का सम्बंध होगा -
- अधिक उपज देने वाले बीजो में (b) गेहूं के उत्पादन से
(c) चावल के उत्पादन से (d) जैव - प्रौघोगिकी के प्रयोग से
3. यदि भारतीय रिजर्व बैंक के द्वरा नकद कोष अनुपात में कमी की जाती है तो इसका साख पर प्रभाव होगा -
- वृद्वि (b) कमी
(c) कोई प्रभाव नहीं (d) कोई अन्य नहीं
4 सयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम न्छक्च् के अन्तर्गत भारत में मानव विकास सूचकांक बनाने के लिए किये एक घटक (अवयव) के रूप में नहीं लिया गया है
(a) अमेरिकी डॉलर के प्रति व्यक्ति वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद UDP को।
(b) साक्षरता दर को
(c) जन्म पर जीवन प्रत्याशा आयु को
(d) शिशु मृत्यु दर को
5 असंगठित क्षेत्र के श्रमिको के लिए किस उद्देश्य से सामाजिक सुरक्षा योजना शुरू की गई है
(a) वृद्वावस्था पेन्शन
(b) स्वास्थ्य पेन्शन
(c) व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा
(d) उपरोक्त सभी
Answer & Explanation:
1. उत्तर - (d)
2. उत्तर - (d)
व्याखया -शुष्क भूमि कृषि और लघु वे सीमान्त किसाने की आवヤयकताओं पर विशेष ध्यान के अलावा गैर - खाघ फसलों, बगानी और नए किस्म के पौधो पर सरकारी नीति का विशेष बल को भारत में दूसरी हरित क्रान्ति का नाम दिया गया है। दूसरी हरित क्रान्ति में कहा गया है, कि उच्च मूल्य उपजे, फलो, सब्जियो, फूलों, मसालों, चिकित्सीय पौधे, बायोडीजल में कृषि विविधता और खाघ सुरक्षा के लिए पर्याप्त मानक तैयार किए जाए।
3. उत्तर - (a)
व्याखया - साख नियन्त्रण का देश में साख की मात्रा एवं दशा पर नियंत्रण से है भारत में रिजर्व बैंक यह कार्य करता है। साख नियंत्रण दो भागो में रखा गया है (1) परिमाणात्मक उपाय तथा (2) गुणात्मक उपाय।
परिमाणात्मक साख नियंत्रण के लिए प्रायः बैंक दर, सार्वधिक तरलता अनुपात, नकल आरक्षण अनुपात का सहारा लिया जाता है। इसके अन्तर्गत जब रिजर्व बैंक के द्वरा नकद कोष अनुपात में कमी की जाती है तो साख - सृजन में वृद्वि होती है।
4 उत्तर - (c)
व्याख्या - सयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम न्छक्च् 1990 ई. से लगातार मानव विकास रिपोर्ट प्रकाशित कर रहा है। इसके अन्तर्गत भारत में मानव विकास सूचकांक बनाने के लिए शिशु मृत्युदर को एक घटक (अवयव) के रूप से शामिल नहीं किया गया है।
5.d
व्याख्या - असंगठित क्षेत्र श्रमिको के लिए वृद्वावन पेंशन, स्वास्थ्य बीमा एवं व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा इत्यादि उद्देश्य को लेकर सामाजिक सुरक्षा योजना शुरू की गई है।