नागरिक उड्डयन मंत्रालय डिजीयात्रा प्लेटफॉर्म के जरिये विमान यात्रियों को डिजिटल अनुभव कराने जा रहा है।
- ‘डिजीयात्रा’ उद्योग जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय प्रधानमंत्री जगत की अगुवाई में एक विशिष्ट पहल है, के डिजिटल इंडिया विजन के अनुरूप अपनी ओर से सहयोग प्रदान करेगा, जिसके तहत देश को डिजिटल ढंग से सशक्त समाज के रूप में परिवर्तित करना है।
- यह कदम एयर सेवा के बाद उठाया गया है, जिसके तहत उपभोक्ता शिकायतों के निवारण एवं वास्तविक समय पर डेटा प्रसारित करने के लिए सभी हितधारकों को एक साझा प्लेटफॉर्म पर एकजुट किया जाएगा
- डिजीयात्रा पहल से विमान यात्रियों के हवाई सफर अनुभव में व्यापक बदलाव आएगा और इसके साथ ही भारतीय उड्डयन क्षेत्र की गिनती दुनिया के सर्वाधिक अभिनव हवाई नेटवर्कों में होने लगेगी।
- डिजीयात्रा’ पहल का उद्देश्य एक ऐसा डिजिटल परितंत्र विकसित करने के लिए समूचे उद्योग जगत को एकजुट करना है, जिससे विमान यात्रियों को अपने सफर के दौरान एक निर्बाध, निरंतर एवं कागज रहित सेवा का अदभुत अनुभव होगा।
- डिजीयात्रा पहल का उद्देश्य भारत में हवाई सफर करने वालों को अपनी यात्रा के दौरान अभिनव एवं डिजिटल ढंग से एकीकृत उड़ान अनुभव प्रदान करना है।
- उड्डयन क्षेत्र के सभी हितधारक डिजिटल मानक तैयार करने में जुट गये हैं, जिनमें एयरलाइंस, एयरपोर्ट के संचालक, सुरक्षा और आव्रजन एजेंसियां, कैब ऑपरेटर, खुदरा प्रतिष्ठान इत्यादि शामिल हैं। इन डिजिटल मानकों के तैयार हो जाने पर डेटा एवं सूचनाओं का निर्बाध आदान-प्रदान संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इन मानकों से ऐसे अनूठे एप तैयार करने में मदद मिल सकती है, जिनसे विमान यात्रियों को आनंदमय अनुभव हो सकेगा।
इस प्लेटफॉर्म को चार महत्वपूर्ण स्तंभों जैसे कि आपस में संबद्ध (कनेक्टेड) यात्रियों, आपस में संबद्ध हवाई अड्डों, आपस में संबद्ध उड़ान और आपस में संबद्ध प्रणालियों पर तैयार किया जाएगा, जिससे आने वाले समय में विमान यात्रियों के लिए निम्नलिखित अनूठे अनुभव भी संभव हो पाएंगे :
- विमान यात्रीगण अपने सफर की योजना बेहतर ढंग से बना पाएंगे, क्योंकि उन्हें विमान किरायों के रुख के बारे में जानकारी होगी और इसके साथ ही वे टिकट बुकिंग के समय भावी किरायों के बारे में अनुमान लगा सकेंगे।
- विमान यात्रीगण हवाई अड्डे में अपने त्वरित प्रवेश के साथ-साथ बगैर किसी कागजी कार्रवाई के स्वत: चेक-इन सुनिश्चित करने के लिए टिकट बुकिंग के समय स्वेच्छापूर्वक एयरलाइंस एवं इस परितंत्र की अन्य एजेंसियों से अपने आधार नम्बर को लिंक कर सकेंगे।
- उन्नत बायोमीट्रिक सुरक्षा व्यवस्था होने के परिणामस्वरूप विमान यात्रीगण सिक्योरिटी स्कैनर से काफी तेजी से गुजर सकेंगे।
- विमान यात्रीगण अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे, अनुभव साझा कर सकेंगे और इसके साथ ही आवश्यक सुझाव (फीडबैक) भी दे सकेंगे।