केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जेबू कैटल जेनामिक्स और सहयोगत्मक पुनर्जैविक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और ब्राजील के बीच हस्ताक्षरित सहमति-ज्ञापन (एमओयू) की जानकारी दी गई। इस एमओयू पर अक्तूबर, 2016 में हस्ताक्षर हुए थे।
- इस एमओयू से भारत और ब्राजील के बीच विद्वान मैत्रीपूर्ण संबंध मजबूत होंगे और पारस्परिक सहमति प्रक्रियाओं के माध्यम से संयुक्त गतिविधियों के जरिए कैटल में जेनोमिक्स और सहयोगात्मक पुर्नर्जैविक प्रौद्योगिकियों (एआरटी) के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- गतिविधियों और विकासात्मक कार्य योजनाओं व उनके परिवर्ती मूल्यांकन को नियमित रूप से निर्धारित करने के प्रयोजनार्थ प्रत्येक पक्ष के प्रतिनिधियों के समान संख्या वाली एक कार्यान्वयन समिति का गठन किया जाएगा।
- इसे सतत डेयरी विकास तथा संस्थागत सुदृढ़ीकरण के आधार पर वर्तमान अभियान को व्यापक बनाने के उद्देश्य से कैटल और भैंसों के पुनर्जैविक सुधार के क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
इस एमओयू से:
(क) जेबू कैटल और उनके संसर्ग व भैंसों में जेनोमिक की अवधारणा
(ख) कैटल और भैंसों में सहयोगात्मक पुनर्जैविक प्रौद्योगिकी की अवधारण
(ग) जैनोमिक ओर सहयोगात्मक पुनर्जैविक प्रौद्योगिकी में क्षमता निर्माण
(घ) भारत सरकार (व्यवस्था संचालन) नियम 1961 की द्वितीय अनुसूची के नियम 7 (घ) (i) के अन्तर्गत इन दो देशों के सम्बद्ध कानूनों और विनियमों के अनुसार जेनोमिक्स और एआरटी में संबंधित अनुसंधान और विकास के माध्यम से जेबू कैटल में जेनोमिक चयन कार्यक्रम में वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा और सुविधा प्राप्त हो सकेगी।