GSHindi Nishant Jain जी का आभार व्यक्त करता है की उन्होंने अपनी पुस्तक की जानकारी GSHindi की वेबसाइट से अभ्यर्थियों को पहुँचाने की कोशिश की |
किताब के बारे में...
गत वर्ष सिविल सेवा परीक्षा में 13 वीं रैंक हासिल कर हिन्दी माध्यम में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले 2015 बैच के प्रशिक्षु आई.ए.एस. अधिकारी निशान्त जैन की पहली किताब 'मुझे बनना है UPSC टॉपर' अब बाज़ार में व ऑनलाइन उपलब्ध है। प्रभात प्रकाशन, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित इस किताब में निशान्त जैन ने IAS व PCS परीक्षाओं की सम्पूर्ण तैयारी से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला है। कुल 18 अध्यायों के माध्यम से उन्होंने नए पैटर्न के मुताबिक़ प्री, मेन्स, इंटरव्यू तीनों चरणों की रणनीति, निबंध, लेखन कौशल, व्यक्तित्व विकास, मोटिवेशन लेवल, स्टडी मैटेरियल आदि सब पर खुलकर सहज भाषा में चर्चा की है। पुस्तक के अंत में हाल के वर्षों में सिविल सेवा परीक्षा में सफल कुछ चुनिंदा युवाओं की सफलता की संघर्षपूर्ण और अनकही कहानियाँ भी शामिल की गयी हैं।
किताब की भूमिका जाने-माने सूफ़ी गायक कैलाश खेर (पद्मश्री से सम्मानित जाने-माने सूफी गायक) ने और सम्मतियाँ- आलोक सिन्हा जी, वरिष्ठ IAS अधिकारी, श्रीमती मालिनी अवस्थी (पद्मश्री से सम्मानित लोक गायिका), आनंद कुमार (सुपर 30), गौरव अग्रवाल (IAS टॉपर,2013 ) और लेखक नीलोत्पल मृणाल (साहित्य अकॉदमी युवा पुरस्कार विजेता) ने लिखी हैं।
272 पृष्ठों की इस किताब की क़ीमत मात्र 195 रुपए है।
क्यों ख़ास है यह किताब ?
• परीक्षा की समग्र, संपूर्ण और व्यापक तैयारी के टिप्स
• तैयारी के अनछुए पहलुओं पर खुलकर चर्चा
• परीक्षा के लिए कैसे सँवारें अपना व्यक्तित्व
• सकारात्मकता और मोटिवेशन लेवल कैसे बनाए रखें
• प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के लिए विस्तृत मार्ग दर्शन
• निबंध और एथिक्स में श्रेष्ठ अंक कैसे पाएँ
• लेखन कौशल को कैसे सुधारें
• क्या पढ़ें, क्या न पढ़ें और कैसे पढ़ें
• नए पैटर्न में कैसी हो प्रासंगिक रणनीति
• साथ में सफलता की कुछ अनकही कहानियाँ भी..
लेखक परिचय-
निशान्त जैन,
हिंदी माध्यम के IAS टॉपर
रैंक 13, UPSC CSE-2014
यूपीएससी की वर्ष 2014 की सिविल सेवा परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल करने वाले निशान्त जैन, हिन्दी/भारतीय भाषाओं के माध्यम के टॉपर हैं। मुख्य परीक्षा में देश के तीसरे सर्वाधिक अंक (851अंक) प्राप्त करने वाले निशान्त ने निबंध के प्रश्नपत्र में 160 अंक और वैकल्पिक विषय- हिन्दी साहित्य में 313 अंक प्राप्त किये हैं, जो संभवतः सर्वाधिक अंक हैं। उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर, मेरठ में साधारण पृष्ठभूमि में पले-बढ़े, निशान्त 2013 में UPSC की सिविल सेवा परीक्षा के अपने पहले प्रयास में प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाये थे।
इतिहास, राजनीति विज्ञान और अंग्रेजी में ग्रेजुएशन और हिंदी साहित्य में पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद यूजीसी की नेट-जे.आर.एफ. उत्तीर्ण की। कॉलिज के दिनों में डिबेट, काव्यपाठ और एंकरिंग के शौक़ीन रहे निशान्त ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एम.फिल. की और लोक सभा सचिवालय के राजभाषा प्रभाग दो साल काम भी किया।
कविताएं लिखने और युवाओं से संवाद स्थापित करने में रूचि रखने वाले निशान्त; भाषा-साहित्य-संस्कृति, सृजनात्मक लेखन, शिक्षा, समाज कार्य और वंचित वर्गों के कल्याण के क्षेत्रों में गहरा रुझान रखते हैं। वह 2015 बैच के आई.ए.एस. प्रशिक्षु अधिकारी हैं।
ब्लॉग- nishantjainias.blogspot.in
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