- पारंपरिक रोबोट्स से हटकर यह रोबोट soft matareals से बनाया गया है
- इसका निर्माण harvard के researcher ने किया है
- यह अपनी तरह का पहला रोबोट है, जो पूरी तरह से सॉफ्ट उपकरणों का प्रयोग करके बनाया गया है। इससे हूबहू इंसानों जैसे ढांचे और हरकत वाले रोबोट बनाने का रास्ता साफ हो गया है।
- बैटरी के बिना ऊर्जा मिलती है : ओक्टोबोट स्थायी बैटरियों और सर्किट बोर्डो की बजाय रासायनिक प्रतिक्रियाओं से ऊर्जा प्राप्त करता है। यह जिस तकनीक से बना है, उसे माइक्रोफ्लूइडिक्स कहा जाता है।