1. स्टार्टअप्स के लिए रीको और एसबीबीजे के बीच हुआ एमओयू:
Ø राज्यमें स्टार्टअप परियोजनाओं के विकास को प्रोत्साहन देने के लिए राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट एण्ड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (रीको) और स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर (एसबीबीजे) के बीच एमओयू किया गया
Ø इस तालमेल से राज्य में इनोवेटिव एंटरप्यूनरषिप को बल मिलेगा और साथ ही नए उद्यमियों को सिंगल विंडो वित्तीय समाधान उपलब्ध हो सकेंगे ताकि वे न्यूनतम समय में अपने कारोबार को स्थापित कर सकें।
Ø राजस्थान स्टार्टअप पॉलिसी 2015 के तहत सहायता प्राप्त करने के अतिरिक्त अब स्टार्टअप्स, स्टूडेंट्स एंटरप्यूनरस् एवं इन्क्यूबेशन सेंटर्स 'क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट फॉर माइक्रो स्माल एंटरप्राइजेज' (सीजीटीएमएसई) के तहत एक करोड़ रुपए तक का ऋण और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बैंक से 10 लाख रुपए तक का ऋण कोलेटरल मुक्त प्राप्त कर सकेंगे।
2. मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना में अब हर जिले की बीपीएल टॉपर भी शामिल:
Ø 2015 में शुरू की गई मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना| इस योजना में हर जिले की टॉपर रहने वाली दो बेटियों को इस योजना से जोड़ा गया था
Ø इसमें उसको स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद मिलती है।
Ø इस योजना में अब दसवीं कक्षा की हर जिले की बीपीएल परिवार की टॉपर बेटी को भी लाभ मिलेगा।
Ø बीपीएल परिवार की बेटी के इस योजना से जुड़ने से अब हर जिले से 3 बेटियों को यानी राज्य से कुल 99 बेटियों को लाभ मिलेगा।
Ø योजना में 11 12 की पढ़ाई करते समय किताबें, स्टेशनरी यूनिफार्म के लिए 15 हजार रुपए एकमुश्त सालाना और इन्हीं दो कक्षाओं में खेल कोचिंग, अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की तैयारी छात्रावास शुल्क के लिए अधिकतम 1 लाख रुपए की मदद का प्रावधान है।
Ø इससे आगे स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई के लिए स्टेशनरी, किताबें, यूनिफार्म के लिए 25 हजार रुपए एकमुश्त सालाना और कोचिंग, छात्रावास सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अधिकतम 2 लाख रुपए सालाना देने का प्रावधान है।