1. 2011की जनगणना के आधार पर क्षेत्रों का चयन कर सड़कों का आधुनिकीकरण:
- यह प्रस्ताव आरआरएसएमपी (राजस्थान रोड सेक्टर आधुनिकीकरण परियोजना) की मध्यावधि (मिडटर्म) समीक्षा बैठक में पीडब्ल्यूडी ने वर्ल्ड बैंक की टीम के सामने रखा।
- आरआरएसएमपी 2014 में शुरू हुई थी, जिसके पहले चरण में 2001 की जनगणना के आधार पर पक्की सड़कें बनाई गईं।
- चूंकि 31 दिसंबर 2018 तक जितनी सड़कों को पक्की करने का काम अंजाम देना था, उसमें से आधे समय में ही 99 प्रतिशत गांवों में पक्की सड़कें बना ली गई हैं। ऐसे में परियोजना का दूसरा चरण जल्द शुरू किया जाएगा
2. संभाग मुख्यालयों पर दिव्यांग छात्रों के लिए बनेंगे छात्रावास:
- सभीसंभाग मुख्यालयों पर दिव्यांग छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास बनाए जाएंगे।
- कोटा-जयपुर में एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी एवं अन्य वर्ग के बीपीएल परिवार के कोचिंग करने वाले बच्चों के लिए छात्रावास भी बनेंगे।
- सभी दिव्यांगों को यूनिवर्सल आइकार्ड भी बनवाए जाएंगे। इसकी मान्यता पूरे देश में रहेगी कहीं भी रहकर वह योजना का लाभ उठा सकेगा
- सुगम्य भारत अभियान जागरूकता के प्रथम चरण में जयपुर समेत 48 शहरों को चुना गया है।