किसान वह व्यक्ति है जो खेती का काम करता है। 70 प्रतिशत भारतीय लोग किसान हैं। वह किसान ही है जो खेतों में मेहनत करके देशभर की जनता का पेट भरता है। अफसोस की बात है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी देश का किसान आत्महत्या को मजबूर हो जाता है। किसानों की समस्या को समझते हुए 2016 में भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा तोहफा किसानों को दिया है- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना।
- किसान का एक सबसे बड़ा संकट है प्राकृतिक आपदा, जिसमें खेतों में की गई उसकी पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है। किसानों को फसल की सुरक्षा देने का एक ही उपाय है फसल बीमा योजना।
=>क्या है यह योजना:
- योजना के अन्तर्गत किसानों को बीमा कम्पनियों द्वारा निश्चित, खरीफ की फसल के लिए 2 प्रतिशत प्रीमियम और रबी की फसल के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
* योजना में सरकारी सब्सिडी पर कोई ऊपरी सीमा नहीं है। अर्थात बचा हुआ प्रीमियम 90 प्रतिशत होता है, तो ये सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
* शेष प्रीमियम बीमा कंपनियों को सरकार द्वारा दिया जाएगा। ये राज्य तथा केंद्रीय सरकार में बराबर- बराबर बाँटा जाएगा।
* योजना की प्रीमियम दर बेहद कम रखी गई है ताकि किसान इसकी किस्तें आसानी से वहन कर सकें।
* योजना किसानों के हित के लिए मनोवैज्ञानिक रूप से भी काम करेगी।
* प्रधानमंत्री फसल योजना के अंतर्गत किसान मोबाइल के माध्यम से भी अपनी फसल के नुकसान के बारे में आंकलन कर सकता है।
Note:- ध्यान रहे कि मनुष्य द्वारा निर्मित आपदाओं जैसे आग लगना, चोरी होना, सेंध लगना आदि इस योजना में शामिल नहीं है।