देश के 10 शहरों में स्मार्ट गंगा सिटी योजना की शुरूआत की गई है. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने योजना की शुरूआत की है।
- इन शहरों में उत्तराखंड के दो, उत्तर प्रदेश के पांच, बिहार के दो और पश्चिम बंगाल का एक शहर शामिल है.
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के पहले चरण के तहत इन शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट के लिए बुनियादी ढांचा विकसित किया जाएगा. यह काम पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के आधार पर होगा.
- इस योजना के लिए उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा पांच शहरों - मथुरा, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी को चुना गया है. इसके साथ ही उत्तराखंड से ऋषिकेश और हरिद्वार, बिहार से पटना, झारखण्ड से साहिबगंज और पश्चिम बंगाल से बैरकपुर भी इस योजना में शामिल हैं.
- शहरी विकास मंत्रालय की नमामि गंगे परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका है. गंगा की साफ-सफाई और संरक्षण के लिए बनी इस योजना की निगरानी के लिए जिला स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा.
- 10 शहरों में योजना की शुरूआत के बाद धीरे- धीरे और भी शहरों में इसे लागू किया जाएगा