Ø चेन्नई से बेंगलुरू की सड़क मार्ग से दूरी 345 किलोमीटर है। अगर आप बस से इस मार्ग पर सफर करेंगे तो आपको कम से कम 6 घंटे 30 का मिनट का समय लगेगा। वहीं ट्रेन से यह समय 6 घंटे है। अगर आप हवाई जहाज से यह सफर करेंगे तो 50 मिनट का समय लगेगा
Ø लेकिन एक नई परिवहन प्रणाली से यह समय घटकर केवल 30 मिनट रह जाएगा।
Ø अमेरिकी आंत्रप्रन्योर तथा आविष्कारक एलन मस्क ने हाइपरलूप नाम की परिवहन प्रणाली का ईजाद किया है। इसकी स्पीड 1200 किलोमीटर प्रतिघंटा है तथा यह कॉन्क्रीट के पिलर्स पर बनाई गई ट्यूब्स के अंदर चलने वाला खास वाहन है।
Ø हाल ही में कंपनी ने भारत में यह सुविधा शुरू करने में रुचि दिखाई है। अगर सरकारी अनुमति मिली तो जल्द ही चेन्नई से बेंगलुरू, चेन्नई से मुंबई, पुणे से मुंबई, बेंगलुरू से तिरुवनंतपुरम तथा मुंबई से दिल्ली बीच हाइपरलूप चलाई जाएगी।
Ø कंपनी ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से इस संबंध में संपर्क किया है। हाइपरलूप का दावा है कि उनकी परिवहन प्रणाली में यात्रा का खर्च बस टिकट से भी कम होगा।
Ø हाइपरलूप का पहला प्रोजेक्ट अगले पांच साल में अबुधाबी तथा दुबई के बीच पूरा हो जाएगा। इससे इन दोनों शहरों के बीच का ट्रैवल टाइम 90 मिनट से घटकर मात्र 12 मिनट रह जाएगा।
=>>क्या है हाइपरलूप?
Ø - हाइपरलूप को भविष्य की परिवहन व्यवस्था कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा। इस व्यवस्था में मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर ही बड़े-बड़े पिलर पर एक खास ट्यूब लगाई जाती है।
Ø इस ट्यूब के भीतर पॉड में सफर किया जाता है। पॉड को चुंबक और इलेक्ट्रोमैग्नेट के जरिये गति दी जाती है।
Ø इसकी गति 1,200 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।