बसों में महिलाओं से होने वाले छेड़छाड़ को रोकने के लिए पैनिक बटन लगाने की शुरुआत राजस्थान से कर दी गई है।
- बस में ड्राइवर की सीट के ठीक पीछे रेड बटन दिया गया है। खतरे महसूस होने पर कोई भी महिला इसे दबा सकेगी। इससे मैसेज कंट्रोल रूम पहुंचेगा और फौरन एक्शन लिया जाएगा। अब हर नई बस में इस तरह की फैसिलिटी दी जाएगी।
=> बटन दबाने पर क्या होगा...
- लाल रंग का यह पैनिक बटन ड्राइवर की सीट के ठीक पीछे दिया गया है।
- खतरा होने पर महिलाएं या कोई और इस बटन को दबा सकता है।
- बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा है। बटन दबाते ही ये रोडवेज के डिपो मैनेजर और जयपुर हेडक्वार्टर के कंट्रोल रूम को एक मैसेज सेंड कर देगा।
- मैसेज में गाड़ी नंबर, उसकी लोकेशन और पैनिक बटन प्रेस करने का टाइम मेंशन होगा।
- बस में आगे की तरफ दो सीसीटीवी कैमरे भी इन्स्टॉल होंगे। ये हर पैसेंजर पर नजर रखेंगे।
- एक स्टिल कैमरा भी है। ये हर 15 मिनट में जयपुर हेडक्वार्टर के कंट्रोल रूम को बस की फोटोग्राफ्स सेंड करता रहेगा।
- लोकेशन के मुताबिक, जो भी करीबी डिपो होगा उसके मैनेजर को मैसेज के जरिए ये बताएगा जाएगा कि किस बस में दिक्कत है।
- इसी दौरान, फ्लाइंग स्क्वॉड बस की तरफ रवाना हो जाएगी। तब तकत कंट्रोल रूम में उस बस से आनी वाली हर स्टिल इमेज पर नजर रखी जाएगी।
- अगर आरोपियों को पहली नजर में दोषी पाया गया तो उन्हें करीब के थाने ले जाकर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
राजस्थान में कैसे हुई शुरुआत?
- राजस्थान के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर यूनुस खान की पहल पर इस बस की शुरुआत की गई है।
- बस की रवानगी के मौके पर मेनका संजय गांधी और नेशनल वुमन कमीशन की चीफ ललिता कुमारमंगलम भी मौजूद थीं।
- फिलहाल 10 डीलक्स और 10 सुपर डीलक्स बसों में यह सिस्टम शुरू किया गया है।
- खासतौर पर यह फैसिलिटी लंबे रूट की बसों में दी गई है।
- ये बसें ओवरनाइट चलने वाली हैं। कुछ गलत लोग इन बसों में आकर महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं।