दस दिनों तक चलने वाले इस प्रसिद्ध उत्सव की शुरुआत रविवार से हो गई है। इस बार फेस्टिवल में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। महोत्सव में नगा जनजाति की समृद्ध परंपरा और जीवंत संस्कृति को दर्शाया जाता है। महोत्सव का नाम हॉर्नबिल पक्षी के नाम पर रखा गया है। इस पक्षी के पंख नगा समुदाय के द्वारा पहने जाने वाली टोपी का हिस्सा होते हैं। यह सालाना उत्सव प्रतिवर्ष दिसंबर के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। सांस्कृतिक विरासत और सद्भाव को बढ़ावा देने के तहत इसका आयोजन राज्य पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग करता है।