- चीन ने नेपाल को अपने बंदरगाहों के इस्तेमाल की अनुमति दी है. उसके इस कदम से नेपाल की भारत पर निर्भरता कम होगी
- दोनों देशों के बीच हुए इस समझौते के बाद जारी की गई एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए नेपाल अब चीन के तियानजिन, शेनजेन, लियांगअंग और झानझियांग बंदरगाहों के अलावा ल्हानजिन, ल्हासा और जिगाट्से लैंडपोर्ट का इस्तेमाल भी कर सकेगा.
- मौजूदा समय में नेपाल का अधिकांश व्यापार भारत के कोलकाता के जरिये होता है. इसके अलावा नेपाल के व्यापारिक हितों को पूरा करने के लिए नई दिल्ली ने अपने इस पड़ोसी देश को विशाखापट्टनम बंदरगाह की सुविधाओं का इस्तेमाल करने की मंजूरी भी दी हुई है. अब चीनी बंदरगाहों की सुविधा मिलने से अपने व्यापार के लिए नेपाल के पास एक वैकल्पिक मार्ग खुल जाएगा.