- एक, अफ्रीका हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होगा। हम अफ्रीका के साथ सहयोग बढाना जारी रखेंगे और हमने दिखाया है कि यह सहयोग सतत और नियमित होगा।
- दो, हमारी विकास साझेदारी आपकी प्राथमिताओं से निर्देशित होगी। आपकी अनुकूल शर्तों पर हमारी साझेदारी होगी जो आपकी क्षमता को मुक्त बनायेगी और आपके भविष्य को बाधित नहीं करेगी। हम अफ्रीकी योग्यता और कुशलता पर निर्भर करेंगे। हम स्थानीय क्षमता निर्माण के साथ – साथ यथा संभव अनेक स्थानीय अवसरों का सृजन करेंगे।
- तीन, हम अपने बाजार को मुक्त रखेंगे और इसे सहज और अधिक आकर्षक बनायेंगे ताकि भारत के साथ व्यापार किया जा सके। हम अफ्रीका में निवेश करने के लिए अपने उद्योग को समर्थन देंगे।
- चार, हम अफ्रीका के विकास को समर्थन देने के लिए, सेवा देने में सुधार के लिए, शिक्षा और स्वास्थ के सुधार के लिए, डिजिटल साक्षरता विस्तार के लिए, वित्तीय समावेश के विस्तार के लिए और वंचित लोगों को मुख्य धारा में लाने के लिए डिजिटल क्रांति के भारत के अनुभवों का दोहन करेंगे।
- यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए ही नहीं होगा बल्कि डिजिटल युग में अफ्रीका के युवाओं को लैस करने के लिए भी होगा।
- पांच, अफ्रीका में विश्व की 60 प्रतिशत भूमि उपजाऊ है। लेकिन विश्व उत्पादन में अफ्रीका की हिस्सेदारी केवल 10 प्रतिशत है हम अफ्रीका की कृषि में सुधार के लिए आपके साथ काम करेंगे।
- छह, हमारी साझेदारी जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के समाधान के लिए होगी। हम अंतरराष्ट्रीय जलवायु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए, अपनी जैव विविधता को सुरक्षित रखने के लिए और स्वच्छ तथा सक्षम ऊर्जा संसाधनों को अपनाने के लिए अफ्रीका के साथ काम करेंगे।
- सात, हम आतंकवाद और चरमपंथ का मुकाबला करने, साईबर स्पेस को सुरक्षित रखने तथा शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र को समर्थन देने में अपने सहयोग और पारस्परिक क्षमताओं को मजबूत बनायेंगे।
- आठ, हम समुद्रों को मुक्त रखने और सभी देशों के लाभ के लिए अफ्रीकी देशों के साथ काम करेंगे। अफ्रीका के पूर्वी तटों तथा हिंद महासागरों के पूर्वी तटों में विश्व को सहयोग की आवश्यकता है न कि स्पर्धा की। इसीलिए हिंद महासागर की सुरक्षा के लिए भारत का विजन सहयोग और समावेश का है। इसका मूल क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है।
- नौ, यह मेरे लिए विशेष रूप् से महत्वपूर्ण है। अफ्रीका में वैश्विक सहयोग में वृद्धि को देखते हुए हम सब को एक साथ काम करना होगा ताकि अफ्रीका एक बार फिर प्रतिद्वंदी आकांक्षाओं के अखाड़े के रूप में न बदले बल्कि अफ्रीकी युवा की आकाक्षाओं के लिए नर्सरी बने।
- दस, भारत और अफ्रीका ने एक साथ औपनिवेशिक शासन के विरूद्ध लडाई लड़ी है, इसलिए हम वैसी न्यायोचित,प्रतिनिधि मूलक तथा लोकतांत्रित व्यवस्था के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे जिसमें अफ्रीका और भारत में रहने वाली एक तिहाई मानवता की आवाज और भूमिका हो। वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए अफ्रीका के समान स्थान के बिना भारत की सुधार इच्छा अधूरी होगी। यह हमारी विदेश नीति का महत्वपूर्ण उद्देश्य होगा