इटली के पीएम पाओलो जेंटीलोनी भारत पहुंचे। 10 साल बाद इटली का कोई प्रधानमंत्री भारत दौरे पर आया है। इससे पहले 2007 में इटली के तत्कालीन पीएम रोमानो प्रोडी आए थे।
- 2018 में दोनों देश अपने राजनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाने वाले हैं। दोनों देशों के संबंध पहले से मजबूत हैं। अब इन्हें और ज्यादा मजबूत किया जाएगा। दोनों देशों के भविष्य के लिए जो सपने हैं, वह एक जैसे हैं।
=>विवाद: 5 साल पहले नौ सैनिकों को लेकर हुआ था
- 2012में केरल के समुद्रतट के पास दो भारतीय मछुआरों की कथित तौर पर इटली के नौसैनिकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में इटली के दो सैनिकों लातोरे मासिमिलियानो और सल्वातोरे गिरोने को भारतीय नौ सेना ने गिरफ्तार कर लिया था।
- इसके बाद भारत और इटली के कूटनीतिक संबंध प्रभावित हुए थे। यह मामला वह अंतरराष्ट्रीय अदालत में भी गया। भारत के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोनों छूट गए थे। वे दोनों अभी इटली में हैं।
=>संबंध: इटली यूरोपीय संघ का में भारत का पाँचवा बड़ा सहयोगी :-
- भारत-इटलीके कूटनीतिक संबंध 70 साल पुराने हैं। यह यूरोपीय संघ में भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है। 2016-17 में दोनों के बीच 57,135 करोड़ रु. का कारोबार हुआ। भारत से इटली को 31,850 करोड़ रु. का निर्यात हुआ। वहीं, उसने इटली से 22,285 करोड़ रु. का आयात किया।
- वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 4 महीने में दोनों देशों का व्यापार 20,930 करोड़ रु. तक पहुंच गया। दोनों देशों के बीच इसे और आगे बढ़ाने पर बात हुई।
=>भारत-इटली के बीच हुए ६ समझौते -
१. दोनोंदेशों ने रेलवे की सुरक्षा को लेकर समझौता किया।
२.ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
३. इटली की ट्रेड एजेंसी और इन्वेस्ट इंडिया के बीच आपसी सहयोग को लेकर एक अन्य एमओयू पर हस्ताक्षर।
४.भारत-इटली कूटनीतिक रिश्तों के 70 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और इटली के विदेशी मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय के बीच हस्ताक्षर।
५.इटली के विदेशी मामलों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय की प्रशिक्षण इकाई तथा भारतीय विदेश मंत्रालय के विदेश सेवा संस्थान के बीच समझौता।
६.भारत और इटली के बीच सांस्कृतिक सहयोग पर एक कार्यकारी प्रोटोकॉल पर भी आपस में सहमति बनी।