केंद्रीय मंत्रिमंडल नेब्रिक्स इंटरबैंक कोऑपरेशन मेकेनिज्म के तहत भारत के आयात-निर्यात बैंक (एग्जिम बैंक)द्वारा डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास के संदर्भ में डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर एंड ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर कोलाब्रेटिव रिसर्च के लिए एमओयू के लिए सहमति ज्ञापन (एमओयू) को पूर्वव्यापी मंजूरी दी है। इसके सहयोगी सदस्या बैंकों में बैंको नेश्योनल डे डेशेनवोल्विमेंटोइकोनॉमिको ई सोशल (बीएनडीईएस, ब्राजील), चाइना डेवलपमेंट बैंक (सीडीबी), स्टेट कोआपरेशन बैंक फॉर डेवलपमेंट एंड फॉरेन इकनॉमिक अफेयर्स (वेंशेकोनेम्बैंक, रूस) और डेवलपमेंट बैंक ऑफ साउदर्नअफ्रीका (डीबीएसए) शामिल हैं।
प्रमुख प्रभाव:
डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर एंड ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी में ब्रिक्स देशों के वित्तीय क्षेत्र में मौजूद तमाम चुनौतियों का समाधान मिलने की संभावना है। इस एमओयू का उद्देश्य उन संबद्ध कारोबारी परिचालन के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान प्रयासों के जरिए डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर एंड ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजीकी बेहतर समझ हासिल करना है जहां परिचालन कुशलता बढ़ाने के उद्देश्य से इसके अनुप्रयोग की संभावना है।
पृष्ठभूमि:
ब्रिक्स नेताओं द्वारा डिजिटल अर्थव्यवस्था पर चीन में हस्ताक्षरित श्यामेन घोषणा-पत्र के तहत डिजिटल अर्थव्यवस्था के महत्व को उजागर किया गया था। साथ ही उसमें बताया गया था कि ब्रिक्स देश किस प्रकार इस गतिशील डिजिटल अर्थव्यवस्था से फायदा उठा सकता है जिससे उसकी पहुँच वैश्विक आर्थिक विकास तक सुनिश्चित हो और उसका फायदा सभी को मिल सके। उसी संदर्भ में डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर एंड ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर कोलाब्रेटिव रिसर्च के लिए सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।