मुख्यी उद्देश्यं: भारत में फिनटेक क्षेत्र के विकास से संबंधित विभिन्नि मुद्दों पर विचार करना है, ताकि फिनटेक संबंधी नियम-कायदों को और ज्यामदा लचीला बनाया जा सके तथा एक ऐसे क्षेत्र में और ज्यामदा उद्यमियता सृजित की जा सके, जिसमें भारत को अन्या उभरती अर्थव्य वस्था ओं के मुकाबले विशिष्टक बढ़त हासिल है। संचालन समिति इस बात पर भी फोकस करेगी कि एमएसएमई का वित्तीएय समावेश बढ़ाने के लिए किस तरह से फिनटेक का उपयोग किया जा सकता है।
विचारार्थ विषय : संचालन समिति के विचारार्थ विषय निम्नमलिखित होंगे :
विश्व स्त र के साथ-साथ भारत में भी फिनटेक क्षेत्र में हुए घटनाक्रमों को ध्या न में रखना और मौजूदा स्थिति के बारे में एक सामान्यथ साझा समझ विकसित करना।
उन विभिन्नक निकायों की नियामकीय व्य वस्थास का सूक्ष्मं विश्लेंषण करना, जिन्हों ने भारत में फिनटेक के विकास पर असर डाला है।
इस बात पर विचार करना कि किस तरह से अर्थव्यववस्थास के विभिन्नं क्षेत्रों विशेषकर एमएसएमई के वित्तत पोषण, किफायती आवास, कमजोर तबकों को ई-सेवाएं मुहैया कराने, भूमि रिकॉर्ड के प्रबंधन एवं अन्यत सरकार सेवाओं का प्रावधान करने, डिजिटल भुगतान तक पहुंच एवं इसे अपनाने और इन क्षेत्रों में हुए घटनाक्रमों का अध्यवयन करने में फिनटेक का उपयोग किया जा सकता है।
नियामकीय उपाय यथा नियामकीय Sandbox Model विकसित करना, जो विशेष कदमों के लिए चिन्हित क्षेत्रों में फिनटेक की भूमिका को बढ़ा देगा।
फिनटेक क्षेत्र में ‘कारोबार में सुगमता’ को बढ़ावा देना।
विशिष्टक उद्यम पहचान संख्याम के सृजन एवं उपयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए यूआईडीएआई जैसी सरकारी एजेंसियों के साथ काम करना।
विभिन्नआ देशों जैसे सिंगापुर, ब्रिटेन, चीन इत्या दि के साथ फिनटेक में अंतर्राष्ट्री य सहयोग के अवसरों पर विचार करना।