भारत एशिया एवं अफ्रीका के 19 देशों में अवैध वन्य जीवन व्यापार की समस्या पर ध्यान देने के लिए विश्व बैंक एवं संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के साथ संयुक्त रूप से वैश्विक वन्य जीवन कार्यक्रम (जीडब्ल्यूपी) की मेजबानी करेगा।
अभी तक वन्य जीवन से संबंधित योजनाएं एवं कार्यक्रम राष्ट्रीय पार्कों एवं अभयारण्यों से संबंधित रहते थे। बहरहाल, अब रणनीतियां एवं कार्यक्रम क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति पर आधारित होंगे
इससे पहले, ग्लैंड (स्वीटजरलैंड), हनोई (वेतनाम), नैरोबी (कैन्या) और लिबरेवाइल (गाबन) में आयोजित की गई थी। भारत के अलावा, इसमें 18 देशों के अधिकारी जिसमें अफगानिस्तान, बोत्सवाना, कैमरुन, इथोपिया, गैबॉन, इंडोनेशिया, कैन्या, मलावी, माली, मोजाम्बिक, फिलीपींस, रिपब्लिक ऑफ कांगो, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, थीईलैंड, वियतनाम, जाम्बिया, जिम्बाबे जैसे देशों के अलावा विश्व बैंक, यूएनडीपी, यूएनईपी, आईयूएनसी शामिल हैं। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर के वन्यजीव विशेषज्ञ, शीर्ष प्रयोगकर्ता, सरकारी प्रतिनिधी भारत के वन्य एवं संरक्षण क्षेत्र से जुड़े अधिकारी, पर्यावरण से जुड़े कोर्पोरेट एसोसिएट, सिविल सोसाइटी संस्थान और स्कूली बच्चे भाग लेंगे।