india japan natural gas swap mou
Ø केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और जापान के बीच तरल, लचीला और वैश्विक एलएनजी बाजार स्थापित करने के लिए सहयोग ज्ञापन (एमओसी) पर हस्ताक्षर किए जाने को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।
Ø इस एमओसी से भारत और जापान के बीच ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। इससे भारत को गैस आपूर्ति के विविध स्रोतों में योगदान मिलेगा। इससे हमारी ऊर्जा सुरक्षा सुदृढ़ होगी और उपभोक्ताओं के लिए कहीं ज्यादा प्रतिस्पर्धी मूल्यों का मार्ग प्रशस्त होगा।
Ø इस एमओसी से एलएनजी संविदाओं, गंतव्य प्रतिबंध खण्ड की समाप्ति में सहयोग की सुविधा के साथ-साथ विश्वसनीय एलएनजी स्पॉट मूल्य सूचकांक की स्थापना की संभावनाओं का पता चल सकेगा, जिसमें एलएनजी मांग और आपूर्ति की स्थिति परिलक्षित हो सकेगी।
पृष्ठभूमि:
भारत और जापान विश्व भर में ऊर्जा की खपत करने वाले प्रमुख देश हैं। एलएनजी क्षेत्र में जापान विश्व में सबसे बड़ा आयातकर्ता देश है और आयातकर्ता देशों में भारत का स्थान चौथा है। जनवरी 2016 में हस्ताक्षरित जापान-भारत ऊर्जा भागीदारी पहल के तहत दोनों पक्ष सुचारू रूप से कार्य करने वाले ऊर्जा बाजार को बढ़ावा देने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए संकल्प किया था और गंतव्य प्रतिबंध खण्ड में छूट को समाप्त करने तथा एक पारदर्शी एवं विविधिकृत, तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी), बाजार के संवर्द्धन की पुष्टि की थी।