- भारत सरकार ने देश में स्वास्थ्य निगरानी को सुदृढ़ बनाने हेतु एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (integrated disease surveillance programme) प्रारंभ किया है। इसका कार्यान्वयन महामारी संभावित रोगों के कारण होने वाले रोग प्रकोपों का पता लगाने एवं उन पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में किया जाता है। ऐसे प्रकोपों को फैलने से रोकने के लिए राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों को अतिरिक्त कार्मिकशक्ति, प्रकोप की जांच पड़ताल हेतु अभिज्ञात त्वरित प्रतिक्रियात्मक टीम (आरआरटी) के सदस्यों को प्रशिक्षण, महामारी संभावित रोगों की पहचान करने के लिए प्रयोगशालाओं को सुदृढ़ बनाने, आंकड़ा प्रविष्टि विश्लेषण एवं आंकड़ा अंतरण हेतु सूचना प्रौद्योगिकी उपकरण उपलब्ध कराए जाते हैं। कार्यक्रम के परिचालनीकरण हेतु निधियों का प्रावधान किया जाता है।
- विभिन्न राज्य एवं केंद्रीय सरकार के अस्पतालों में स्वास्थ्य परिचर्या सेवाओं को समर्थ बनाने तथा उनमें सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा जो कम्प्यूटरीकृत उपाय किए गए हैं उनमें अस्पताल सूचना प्रणाली, ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली तथा रोगी फीडबैक प्रणाली शामिल हैं।
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- राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के ई-अस्पताल एप्लीकेशन को केंद्रीय सरकार के तथा स्वायत्तशासी अस्पतालों सहित लगभग 200 सरकारी अस्पतालों में कार्यान्वित किया जा चुका है।
- ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली (ओआरएस) को कार्यान्वित किया गया है, जहां रोगी अपनी लैब रिपोर्टो को देख सकते हैं,रक्त की उपलब्धता की जांच कर सकते हैं, ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं तथा ऑनलाइन पंजीकरण तथा डॉक्टर से समय ले सकते हैं। इस ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली का अब लगभग 140 सरकारी अस्पताल उपयोग कर रहे हैं।