- केन्द्र सरकार ने स्वत: रूट के जरिये खनन क्षेत्र के साथ-साथ धातु एवं गैर-धातु अयस्कों की खोज में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दे दी है, जिससे इस क्षेत्र के विकास में काफी तेजी आएगी।
- खनन व्यवसाय में बड़ी संख्या में छोटी कंपनियां संलग्न है। अब इस क्षेत्र में खनन कंपनियों के कंसोर्टियम के जरिये समेकन करने का वक्त आ गया है।
- हमारे देश में निम्न श्रेणी वाले खनिज बड़ी मात्रा में उपलब्ध है। इस दिशा में ओडिशा स्थित बॉक्साइट के भंडार का उदाहरण दिया जा सकता है।